ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर 'में शुक्रवार को ग्वालियर में पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया सहित 987 नए संक्रमित मिले है। साथ ही 36 संक्रमित की मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार कोविड गाइड लाइन से किया गया है।
संक्रमित आने के बाद पूर्व मंत्री को होम आइसोलेट किया गया है। साथ ही कलेक्टर ग्वालियर ने संक्रमण को रोकने के लिए कोरोना कर्फ्यू को 15 मई तक बढ़ा दिया गया है। साथ ही तीन हॉस्पिटल की मान्यता कोविड में लापरवाही पर निरस्त की गई है, एक पर हॉस्पिटल पर FIR के निर्देश दिए गए हैं। संक्रमण को ब्रेक करने के लिए पुलिस अब पहले की अपेक्षा सड़कों पर ज्यादा सख्ती से पेश आ रही है।
कोरोना संक्रमण की चेन को ब्रेक करने के लिए शासन से लेकर प्रशासन तक अपने स्तर पर काफी प्रयास किए हैं, लेकिन कोरोना की रफ्तार कम होती नजर नहीं आ रही है। हर दिन हजारों की संख्या में संक्रमित प्रदेश के महानगरों में निकल रहे हैं। ग्वालियर जिले की बात करें तो अब अब शहर से ज्यादा देहात में कोरोना संक्रमण परेशानी बन हुआ है। गांव के लोग सर्दी, खांसी-जुकाम से पीड़ित हैं, लेकिन वह टेस्ट कराने बाहर नहीं निकल रहे हैं। जिस कारण संक्रमण धीरे-धीरे गांव में फैलता जा रहा है।
हालांकि बीते दो दिन में यह राहत रही है कि कोरोना संक्रमित की संख्या घटी है। अभी तक हर दिन 1100 से 1200 के लगभग संक्रमित आ रहे थे, लेकिन बीते दो दिन में यह आंकड़ा 900 के आसपास आकर ठहर गया है। धीरे-धीरे संक्रमित कम होने से हालात काबू में आने की पूरी संभावना है। कोविड के दौर में नियमों पालन नहीं करने पर तीन अस्पतालों की मान्यता निरस्त कर दी गई है, जबकि एक अस्पताल मां शीतला मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल पर FIR दर्ज की गई है।
इस संबंध में RTI एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी ने शिकायत की थी कि हॉस्पिटल की डॉक्टर दिव्या रानी शर्मा जो बीडीएस हैं के द्वारा अनाधिकृत रूप से रेमडेसिविर इंजेक्शन को प्रिस्काइब किया गया। संबंध में प्रमाण भी प्रस्तुत किए गए थे। मामले की शिकायत कलेक्टर व सीएमएचओ को की गई थी। जिसके बाद इस हॉस्पिटल पर FIR के निर्देश दिए गए। साथ ही श्रद्धा नर्सिंग होम, मैक्स केयर व लोटस हॉस्पिटल के लाइसेंस निरस्त किए गए हैं। यहां कोविड पेशेंट बढ़ने पर घोर लापरवाही बरती गई है।