ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में दिनदहाड़े एक पुलिस जवान के भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। घटना दर्पण कॉलोनी वैंडी स्कूल के सामने पार्क की है। एक दिन पहले सिपाही के भाई ने हत्या आरोपी को किसी विवाद पर थप्पड़ मार दिया था। इसी थप्पड़ का बदला लेने वह साथियों के साथ आया और गले में गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद से क्षेत्र में तनाव है। मृतक और हत्या के आरोपी एक ही मोहल्ला के रहने वाले हैं। पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर पोस्टमार्टम कराया है। तीन हमलावरों पर हत्या की FIR दर्ज कर ली गई है।
दरअसल थाटीपुर स्थित दर्पण कॉलोनी में रहने वाला 23 साल के वरुण पुत्र रामेन्द्र सिंह सिकरवार प्रॉपर्टी का कारोबार करता था। वरुण का चचेरा भाई अर्जुन सिकरवार पुलिस जवान है। बुधवार दोपहर वह दर्पण कॉलोनी वैंडी स्कूल के सामने पार्क में बैठा हुआ था। तभी वहां राहुल शर्मा, अपने साले प्रशांत शर्मा और कपिल भदौरिया के साथ पहुंचा। यहां राहुल और वरुण में बहस हुई। इस पर राहुल ने पिस्टल से ताबड़तोड़ तीन फायर किए। दो गोलियां हवा में चलाई। तीसरी गोली वरुण के गले में लगी।
गोली लगने के बाद वरुण वहीं गिर पड़ा और तीनों हमलावर गाड़ियों पर सवार होकर भाग गए। गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के लोग वहां पहुंचे। पहले उसे मुरार जिला अस्पताल फिर अपोलो हॉस्पिटल ले गए। जहां ट्रामा सेंटर में उसे चेक करने के बाद मृत घोषित कर दिया गया। TI थाटीपुर थाना आरबीएस विमल ने बताया कि पुलिस ने हत्या के बाद मौके पर पहुंचकर शव को निगरानी में लेकर राहुल, प्रशांत व कपिल भदौरिया पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
बताया जा रहा है कि मृतक वरूण और हत्या करने वाला राहुल शर्मा दोनों दोस्त ही थे। मंगलवार रात उसी पार्क में वरुण बैठा था। राहुल ने उससे कुछ मांगा था। जिस पर उसने गाली गलौज की। विरोध करने पर वरुण ने राहुल को उसके दोस्तों के सामने थप्पड़ मार दिया था। इस थप्पड़ की गूंज हत्या आरोपी के दिमाग पर चढ़ गई थी। इसलिए वह बुधवार दोपहर पहुंचा और वरूण की गोली मारकर हत्या कर दी।
2 दिन पहले तय हुआ था रिश्ता
मृतक वरुण अभी 23 साल का था। प्रॉपर्टी का धंधा भी उसका ठीक चलने लगा था। जिस कारण हाल ही में उसकी शादी पक्की हो गई थी। दो दिन पहले ही रोका की रस्म हुई थी लेकिन तब कोई नहीं जानता था कि दो दिन बाद यह वरुण हमेशा के लिए छोड़ जाएगा। उसकी मौत की खबर मिलते ही पिता रामेन्द्र सिंह सिकरवार का रो-रोकर बुरा हाल है। वरूण अपने पिता का इकलौता बेटा था।