ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में ट्रांसपोर्टर के जवान बेटे ने फांसी लगाकर जान दे दी है। घटना गुरुवार-शुक्रवार दरमियानी रात थाटीपुर कुम्हारपुरा की है। युवक को रात 12 बजे तक TV देखते हुए देखा गया था। अचानक कुछ देर बाद वह फंदे पर लटका मिला।
परिजन ने उसे उतारा और अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को निगरानी में लेकर मर्ग कायम कर लिया है। शुक्रवार दोपहर शव पोस्टमार्टम के बाद परिजन के सुपुर्द किया गया है। थाटीपुर थाना क्षेत्र के कुम्हरपुरा निवासी अवधेश दुबे ट्रांसपोर्टर हैं और उनका ग्वालियर-इंदौर में ट्रांसपोर्ट ऑफिस है। उनका 23 वर्षीय बेटा पीयूष भी उनके काम में मदद करता था।
गुरुवार रात पीयूष बाजार से आया और खाना खाने के बाद अपने कमरे में चला गया। रात 12 बजे तक उसे TV देखते हुए देखा गया था। इसके बाद परिजन की नींद लग गई। रात करीब 1.30 बजे पीयूष के चाचा सन्नी दुबे बाथरूम जाने के लिए उठे थे। जब वह उसके कमरे के सामने से गुजरे तो TV की आवाज आ रही थी। इस पर उन्होंने रूम में जाकर देखा तो अंदर का दृश्य दिल दहला देने वाला था। पीयूष फांसी के फंदे पर लटका था। तत्काल उन्होंने शोर मचाया। उसे उतारकर पहले थाटीपुर के एक निजी अस्पताल ले गए।
निजी अस्पताल ने JAH ले जाने के लिए कहा। वहां पहुंचे तो डॉक्टरों ने काफी देर पहले उसकी मौत होने की बात कही। अस्पताल की सूचना पर थाटीपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर घटना स्थल का निरीक्षण किया है। शुक्रवार को शव को पोस्टमार्टम कराया गया है। पुलिस खुदकुशी के कारणों की पड़ताल कर रही है।
पीयूष ने यह कदम क्यों उठाया पूरा घर नहीं समझ पा रहा है। उसके पास किसी चीज की कमी नहीं था। इतनी कम उम्र में वह पिता के साथ व्यवसाय में भी हाथ बंटाने लगा था। उस पर कोई दबाव नहीं था। पुलिस को आशंका है कि यह प्रेम प्रसंग का मामला भी हो सकता है, लेकिन कुछ कहा नहीं जा सकता। पुलिस पड़ताल कर रही है।