ग्वालियर। कमलनाथ द्वारा दुत्कार दिए जाने के बाद कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया की सेंधमारी से पाकुर नरेंद्र सिंह तोमर नाराज हैं। रिश्तो में तकरार उस समय साफ नजर आई जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ग्वालियर में आपदा प्रबंधन समिति की बैठक लेने के लिए पहुंचे। यह दोनों नेता मौजूद थे परंतु दोनों ने एक दूसरे का अभिवादन तक नहीं किया।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कौन सी सेंधमारी की है
उपचुनाव के बाद इसी जनवरी 2021 में ज्योतिरादित्य सिंधिया मुरैना के उन दो गांव में पहुंच गए थे, जहां जहरीली शराब पीने से 25 लोगों की मौत हो गई थी। यह दोनों गांव केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का संसदीय क्षेत्र हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ना केवल शोक व्यक्त किया बल्कि 50-50 हजार की आर्थिक सहायता भी दी। राजनीति में किसी दूसरे नेता के निर्वाचन क्षेत्र में इस तरह जाना और सहायता एवं बयान देना सेंधमारी माना जाता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस दौरे को इसलिए भी आपत्तिजनक माना गया क्योंकि ज्योतिरादित्य सिंधिया संगठन अथवा सरकार में ऐसे किसी भी पद पर नहीं है, जो उन्हें किसी दूसरे व्यक्ति के निर्वाचन क्षेत्र में दौरा करने का अधिकार प्रदान करता हो।
रिश्तों में तकरार कैसे नजर आई
दिनांक 16 मई 2021 को ग्वालियर में आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया उपस्थित थे परंतु दोनों मुख्यमंत्री तक ही सीमित रहे। एक दूसरे के साथ संगठित नजर नहीं आए। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्विटर पर शिवराज सिंह चौहान को टैग किया परंतु नरेंद्र सिंह तोमर को टैग नहीं किया। बाद में नरेंद्र सिंह तोमर ने भी अपने ट्वीट में केवल मुख्यमंत्री को ही टैग किया।