इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर के MY हॉस्पिटल में इलाज के लिए पहुंचे ब्लैक फंगस के 15 फीसदी मरीजों में फंगस का संक्रमण मस्तिष्क तक पहुंचने के मामले सामने आए है। अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग के एचओडी डा. राकेश गुप्ता के मुताबिक एमवाय अस्पताल में अभी तक 368 मरीज ब्लैक फंगस के कारण भर्ती हुए हैं।
प्रारंभिक अध्ययन के अनुसार लगभग 15 फीसदी मरीजों में यह फंगस ब्रेन तक फैलना पाया गया। इसकी पुष्टि मरीजों सिटी स्कैन व एमआरआई जांच में हुई। कई मरीजों में सिरदर्द की समस्या होना, उल्टी होना और शहरी के एक ओर हाथ में कमजोरी आने जैसे लक्षण थे। ब्लैक फंगस मुख्य रुप से सायनस की बीमारी है। यह फंगस नाक के आसपास के सायनस से होते हुए ब्रेन में चले जाते है।
इसके कारण मस्तिष्क में सूजन आ जाती है तो कई बार मस्तिष्क में पस भी बन जाता है। अभी तक एमवायएच में भर्ती बलैक फंगस के मरीजमों चार मरीजों की ब्रेन सर्जरी कर पस और ब्रेन का प्रभावित हिस्सा निकाला गया है। ज्यादातर मामलों में बीमारी के माइल्ड लक्षण होने के कारण दवा से मरीजों का इलाज संभव है। यदि किसी मरीजा को ब्लैक फंगस का संक्रमण हाेता है तो उसे घबराने की जरुरत नहीं। ब्रेन में फैलने पर भी यह ठीक हो जाता है और हर मरीज को मस्तिष्क की सर्जरी करने की जरुरत भी नहीं होती है।