इंदौर। लसूड़िया थाने की पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी थाने के ऑफिशियल व्हाट्सएप ग्रुप 'पीएस लसूड़िया' पर आपस में भिड़ गए। प्रधान आरक्षक सूबेदार सिंह परिहार ने थाने का कच्चा चिट्ठा खोल डाला। उन्होंने आरक्षक कुलदीप सिंह भदौरिया पर शराब तस्करों को थाने से छोड़ने का आरोप लगाया है। एसपी ने दोनों को सस्पेंड कर दिया।
हेड कांस्टेबल ने व्हाट्सएप ग्रुप पर इस्तीफा दे दिया
किस्सा सोमवार दोपहर 3:15 बजे से शुरू हुआ। हेड मोहर्रिर सुबेदार सिंह ने ग्रुप पर एक मैसेज पोस्ट किया कि प्रधान आरक्षक कुलदीप सिंह दादागिरी करते है। आरक्षक राजबीर सिंह बीट-78 से शराब पकड़ कर लाया है। संतरी उपदेश तोमर तलाशी लेकर सामान जब्ती में ले रहे थे कि कुलदीप सिंह छुड़वाने आ गया। वह जब्ती के रुपये में हेराफेरी का आरोप लगाने की धमकी दे रहा है। सुबेदार ने यह भी लिखा कि मैं परेशान हो गया और नौकरी करने में असमर्थ हूं।
गोपनीयता भंग करने के आरोप में दीवान जी और सिपाही दोनों सस्पेंड
इसके तत्काल बाद कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह यादव ने लिखा ऐसी बातें ग्रुप पर न करें। सुबेदार सिंह ने कहा मैं इस मुद्दे को ऊपर तक ले जाऊंगा। एसआइ गौरव तिवारी ने भी समझाया, लेकिन बात नहीं बनी। इस वार्तालाप के स्क्रीन शाट्स इंटरनेट पर वायरल हो गए और थाने के बारे में चर्चा होने लगी। एसपी ने टीआइ इंद्रमणि पटेल से जानकारी मांगी और दोनों को गोपनीयता भंग करने के आरोप में निलंबित कर दिया।
सिपाही पर थाना हाईजैक करने का आरोप
पुलिसकर्मियों का आरोप है कि सिपाही सुरेंद्र सिंह यादव झगड़े की जड़ है। उसने पूरा थाना हाईजैक कर लिया है। ढाबा, होटल, शराब व ट्रांसपोर्ट संचालकों के साथ डीजल चोरों से बंदी वसूलता है। सुरेंद्र पर फर्जी कमांडेंट बनकर पुलिसकर्मियों को धमकाने का भी आरोप है।