इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में कोरोना महामारी के बीच कलेक्टर V/S स्वास्थ्य विभाग हो गया है। कलेक्टर मनीष सिंह के खिलाफ अब पूरा स्वास्थ्य विभाग ने मोर्चा खोल दिया है। बैठक में प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट, मंत्री ऊषा ठाकुर, सांसद शंकर लालवानी, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, स्वास्थ्य अधिकारी और डॉक्टर मौजूद रहे। जब बात नहीं बनी तो मंत्री और अफसर चले गए।
डॉक्टरों ने कलेक्टर को हटाने के लिए 3 दिन का समय दिया। इस दौरान वह काली पट्टी बांधकर ड्यूटी करते रहेंगे। अगर 3 दिन में कलेक्टर को नहीं हटाया गया तो वे हड़ताल पर जाएंगे। उन्हें हटाने के लिए लामबंद डॉक्टरों को समझाने के लिए रेसीडेंसी में 2 घंटे चली बैठक भी बेनतीजा रही। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट सभी पक्षों से संपर्क में हैं।
विवाद थम जाएगा, जल्द ही सकारात्मक परिणाम सबके सामने होगा। इसके पहले गुरुवार शाम जहां स्वास्थ्य अधिकारियों ने संभागायुक्त को ज्ञापन देकर शुक्रवार सुबह सामूहिक हड़ताल पर जाने की बात कही थी। शुक्रवार सुबह से ही जनप्रतिनिधियों एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों की बैठक चल रही थी। जनप्रतिनिधि और अफसरों की बात डॉक्टरों ने मानने से इनकार कर दिया।