इंदौर। कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों के लिए रेमडेसिवीर एवं अन्य इंजेक्शन ओं की कालाबाजारी और नकली इंजेक्शन सप्लाई के मामले में हाईप्रोफाइल लोगों के नाम सामने आने लगे हैं। चौंकाने वाली खबर है कि जिला स्वास्थ्य अधिकारी पूर्णिमा गाडरिया के ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया है और उसने मंत्री की पत्नी के ड्राइवर का नाम लिया है।
विजयनगर थाना पुलिस ने पुनीत पुत्र ओमप्रकाश अग्रवाल निवासी ओल्ड अग्रवाल नगर (भंवरकुआं) को रेमडेसिविर की कालाबाजारी में गिरफ्तार किया है। टीआइ तहजीब काजी के मुताबिक आरोपित जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. पूर्णिमा गाडरिया का ड्राइवर है। पुनीत अग्रवाल की गिरफ्तारी गुजरात के नकली इंजेक्शन कांड में हुई है। इस खबर के साथ ही एक बार फिर डॉ पूर्णिमा सुर्खियों में आ गई। हालांकि उनका कहना है कि ड्राइवर ने क्या किया इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में पकड़े गए जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया के ड्राइवर पुनीत अग्रवाल निवासी ओल्ड अग्रवाल नगर ने खुलासा किया है। उसने कहा है कि मैंने मंत्री की पत्नी के ड्राइवर से इंजेक्शन लिए थे। वह ड्राइवर मेरे साथ ही ट्रेवल्स में नौकरी करता था। पुनीत ने यह भी कबूला है कि उसने कोरोना काल में कई लोगों को रेमडेसिविर इंजेक्शन दिए है।पुनीत ने बताया कि यह सही है। वह जिस ट्रेवल एजेंसी में ड्राइवरी करता है वहीं से उसकी दोस्ती गोविंद से हुई थी और गोविंद मंत्री जी के घर में उनकी धर्मपत्नी का ड्राइवर है। वह कहां से इंजेक्शन लाता है, इस बात का उसे अभी कोई जानकारी नहीं है।