इंदौर। ज्योतिरादित्य सिंधिया के सबसे विश्वासपात्र साथी नेता एवं शिवराज सिंह चौहान सरकार में कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट की पत्नी के ड्राइवर को हिरासत में ले लिया गया है। भारी दबाव के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की है। समाचार लिखे जाने तक उसे गिरफ्तार घोषित नहीं किया गया था।
DHO डॉ पूर्णिमा के ड्राइवर ने खुलासा किया था
एक स्टिंग ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने इंदौर की जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर पूर्णिमा गडरिया के ड्राइवर पुनीत अग्रवाल को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में गिरफ्तार किया था। कोर्ट में पेशी के दौरान पुनीत अग्रवाल ने मीडिया के सवालों का बेधड़क जवाब दिया। उसने बताया कि वह कालाबाजारी नहीं कर रहा था बल्कि ललित नाम के एक पुलिस कर्मचारी की मदद कर रहा था। उसने ₹14000 में इंजेक्शन क्षेत्रीय विधायक एवं मंत्री तुलसीराम सिलावट की पत्नी के ड्राइवर गोविंद सिंह से लिए थे। पुनीत अग्रवाल ने यह भी बताया कि इससे पहले भी वह कई लोगों को गोविंद सिंह से डायरेक्ट इंजेक्शन दिलवा चुका है। गोविंद सिंह को व्हाट्सएप करने पर सीधे अस्पताल में इंजेक्शन की डिलीवरी हो जाती थी। पुलिस ने बताया कि सब कुछ मंत्री जी के घर से चल रहा था।
मंत्री की पत्नी के ड्राइवर के खिलाफ पुलिस के पास सबूत
इस खुलासे के बाद सबसे पहले उस आरक्षक और होमगार्ड को सस्पेंड कर दिया गया जिनके सामने गिरफ्तार पुनीत अग्रवाल ने पत्रकारों से बात की थी। पुनीत अग्रवाल का वीडियो वायरल हो जाने के बाद पूरे देश में यह मामला सुर्खियों में आ गया। कांग्रेस पार्टी ने खुला आरोप लगाया कि मंत्री के घर से इंजेक्शन की कालाबाजारी की जा रही थी। भारी दबाव के बाद मंत्री तुलसी सिलावट की पत्नी के ड्राइवर को पूछताछ के लिए बुलाया गया और हिरासत में ले लिया गया। बताया जा रहा है कि पुनीत अग्रवाल और गोविंद सिंह के बीच टेलीफोन कॉल और चैटिंग का रिकॉर्ड पुलिस के पास पहुंच गया है।