इंदौर। मेडिकल ऑफिसर डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह (IAS) पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि अस्पतालों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराना प्रशासन का काम है, दवाइयां और इंजेक्शन उपलब्ध कराना प्रशासन का काम है। प्रशासनिक लापरवाही के कारण लोग मर रहे हैं और कलेक्टर राधास्वामी पर सरकारी खजाना लुटा रहे हैं। डॉ पूर्णिमा ने यहां तक कहा कि कलेक्टर मौत के आंकड़े छुपा रहे हैं।
लोगों के परिवार उजड़ गए और आप मीटिंग में समय खराब कर रहे है: डॉ पूर्णिमा
डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने कहा कि कलेक्टर समझते हैं कि उन्हें ही काम आता है। हमने भी मेहनत करके पढ़ाई की है, तभी तो नौकरी लगी है। कलेक्टर ऑफिस बंद है और लोग परेशान हो रहे हैं। लोगों के परिवार उजड़ गए और आप सिर्फ दो-दो घंटे मीटिंग में समय खराब कर रहे है। मौत का आंकड़ा प्रशासन छुपा रहा है।
मीडिया को राधा स्वामी मंदिर जाने की अनुमति क्यों नहीं है: डॉ पूर्णिमा
राधा स्वामी आश्रम पर ही फोकस किया जा रहा है, जबकि ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा सकता था। राधा स्वामी सत्संग आश्रम में अस्थाई नर्सों की नियुक्ति के लिए रोजाना दबाव बना रहे हैं। स्वास्थ्य अधिकारी ने खुलासा करते हुए यह भी कहा कि जहां लोग मर रहे हैं वहां पर अपना फोकस करना चाहिए। करोड़ों रुपए खर्चा करके राधा स्वामी सत्संग को बनाया है। 4.50 करोड़ की फाइल अभी भी पास होना बाकी है। मीडिया को अंदर जाने की अनुमति क्यों नहीं है। गाडरिया ने यह भी कहा कि अनुदान ही मांगना है तो आप अस्पताल और ऑक्सीजन प्लांट के लिए अनुदान मांग सकते हो, लेकिन केवल राधा स्वामी सत्संग पर ही पूरा जिला प्रशासन अपना रुपए लुटा रहा है।
प्रशासनिक अधिकारी फोन बंद करके घरों में बैठे रहते हैं:
मेडिकल ऑफिसर डॉ पूर्णिमा ने कहा कि पूरा विभाग यदि मेरे साथ खड़ा हो गया, तो आप क्या कर लेंगे। कलेक्टर ऑफिस लंबे समय से बंद है। लोग परेशान हो रहे हैं। इंजेक्शन की सप्लाई नहीं हो रही है। यह लापरवाही नहीं तो फिर क्या है। शहर में अस्पतालों के अंदर कई तरह की विकट स्थिति भी है। लोगों की शिकायत सुनना और शिकायतों को दूर करना प्रशासन का काम है, लेकिन प्रशासन के अधिकारी अपने फोन बंद कर कर घरों में बैठे रहते हैं।