इंदौर। इंडियन आर्मी से रिटायर्ड नायक की दोनों बेटियां हिना व यास्मीन की गिरफ्तारी के बाद इन्वेस्टिगेशन के दौरान एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। पता चला है कि पाकिस्तान के जासूसों ने मैट्रिमोनियल साइट के जरिए इन दोनों लड़कियों को अपने जाल में फंसा लिया था। एक अच्छे पति की तलाश में इंटरनेट पर आई लड़कियां कब जाल में फंस गई और कितना गंभीर अपराध करने लगी, उन्हें खुद नहीं पता चला।
एड्रेस के कारण पाकिस्तानी जासूसों के टारगेट पर आई दोनों लड़कियां
सूत्रों के मुताबिक यास्मीन और हिना ने 7-8 माह पूर्व एक मेट्रिमोनियल साइट पर प्रोफाइल डाली थी, जिसमें महू के आर्मी बेस के पास का पता दर्ज था। इसी आधार पर आईएसआई एजेंट ओवेस चौधरी उर्फ खान, मोहसीन व दिलावर ने खुद को पाकिस्तानी आर्मी और नेवी से जुड़ा बताकर संपर्क किया।
प्यार के जाल में फांस महू आर्मी इलाके व आसपास की लोकेशन ट्रैक कर रहे थे। हालांकि दोनों बहनों के देश विरोधी गतिविधियों के चैट नहीं मिले हैं। उनके पिता रिटायर्ड नायक रहे हैं, उन्हें आर्मी से जुड़े संस्थानों में एक सीमा तक जाने की अनुमति थी, इसी का एजेंट फायदा उठा रहे थे।
बड़ी जानकारी लीक होने के पहले पकड़ में आया मामला
एटीएस, क्राइम ब्रांच और महू की स्थानीय पुलिस को कुछ समय पहले जब दोनों बहनों के पाकिस्तान कनेक्शन की जानकारी मिली, तभी से टीमें अलर्ट हो गई थी। आईएसआई के लोगों से चैटिंग व संपर्क में आने के बाद एटीएस व आईबी के अधिकारियों की टीम दोनों बहनों को ट्रैक कर सबूत जुटाने में लगी रही। इससे किसी बड़ी जानकारी के लीक होने से पहले ही मामला पकड़ में आ गया।
जांच अभी पूरी नहीं हुई है, इसलिए कुछ नहीं कहा जा सकता
दोनों बहनों को एजेंट 7 महीनों से अपने जाल में फंसाने की कोशिश कर रहे थे। हमारी जांच एजेंसियों की सक्रियता से इनके पाकिस्तानी कनेक्शन को समय पर ट्रेक कर लिया गया। कई महत्वपूर्ण स्थान थे, जिनकी जानकारी एजेंट जुटाने की कोशिश में थे। हालांकि अभी जांच जारी है। कुछ साक्ष्य ओर जुटाए जा रहे हैं।
- हरिनारायणाचारी मिश्र, आईजी इंदौर रेंज