जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना के उपचार के लिए भर्ती 30 वर्षीय मरीज ने चाकू से खुद का गला रेत कर आत्महत्या कर ली। घटना रविवार शाम करीब 7:00 बजे की है।
वारदात की सूचना मिलते ही मेडिकल के वार्डों में हड़कंप मच गया। शल्य चिकित्सकों ने मरीज की जान बचाने की कोशिश की लेकिन अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसे नहीं बचाया जा सका। गढ़ा थाना प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया कि नुनसर पाटन के मुड़िया गांव निवासी गणेश पिता देवी सिंह 30 वर्ष को 14 मई को मेडिकल कॉलेज अस्पताल के वार्ड क्रमांक 3 में भर्ती कराया गया था। इस वार्ड में कोरोना संदिग्ध मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जाता है।
उपचार के दौरान 16 मई की देर शाम गणेश ने फल काटने वाली चाकू से अपना गला रेत लिया। पलंग पर रहने के दौरान उसने आत्मघाती कदम उठाया जिसके चलते बिस्तर खून से सन गया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। थाना प्रभारी ने बताया कि गणेश 5-6 दिन पहले से बीमार था। स्वजन ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन में चिकित्सीय परामर्श दिलाया जहां से उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। गणेश को लेकर स्वजन कुछ निजी अस्पतालों में पहुंचे परंतु वहां भर्ती नहीं किया गया। जिसके बाद 14 मई को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया।
भर्ती के बाद कोरोना की जांच के लिए सैंपल लिए गए, जिसकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा था। इसी बीच गणेश ने आत्मघाती कदम उठाते हुए चाकू से अपना गला रेत लिया। इधर स्वजन ने मेडिकल के वार्ड में गणेश की हत्या का आरोप लगाया है। थाना प्रभारी राकेश तिवारी ने कहा कि स्वजन के आरोपों की भी जांच की जा रही है।