जबलपुर। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में पुलिस ने सरबजीत सिंह की पत्नी जसमीत मोखा और सिटी हॉस्पिटल की मैनेजर सोनिया खत्री शुक्ला को देर रात गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोप लगाया है कि दोनों महिलाएं इन्वेस्टिगेशन में सपोर्ट नहीं कर रही थी और सबूतों को छुपाने एवं नष्ट करने की कोशिश कर रहीं थी।
सरबजीत सिंह के बेटे हरकरण मोखा की तलाश
सरबजीत सिंह मोखा के बड़े बेटे हरकरण मोखा की तालाश में पुलिस कई स्थानों पर दबिश दे रही है। आपको बता दें कि हरकरण मोखा पर इस काले खेल में नकली आईडी का उपयोग करने का आरोप है। इसी फेक आईडी के जरिए उसने रेमडेसिविर इंजेक्शन मंगवाए थे। लिहाजा अब मोखा परिवार के तीन लोग पुलिस की जांच का हिस्सा बन गए है।
FIR में आईपीसी की धारा 201 जोड़ी गई
मामले में अभी तक जिन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था, उसमें धारा 201 भी बढ़ा दी गई हैं। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) प्रभारी व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहित कशवानी ने बताया है कि इस प्रकरण में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं की जा रही है, आरोपी मोखा से जुड़े सभी लोगों से पूछताछ जारी है। पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है। आरोपियों के खिलाफ केस पुख्ता हो इस उद्देश्य को लेकर एसआईटी की टीम लगातार कई स्थानों पर दबिश के साथ साक्ष्य इकठ्ठा कर रही है।
सिटी हॉस्पिटल कांड में अब तक कितने गिरफ्तार
गौरतलब है कि पुलिस ने अस्पताल से एक सूची प्राप्त की है जिसमें 460 मरीजों के नाम सामने आए जो मोखा के सिटी अस्पताल में भर्ती थे। पुलिस इन मरीजों के परिजनों से भी पूछताछ करने उनके घर पहुंच रही है। वहीं अभी तक जबलपुर पुलिस मामले में जहां सरबजीत सिंह मोखा और अस्पताल के दवाओं के मैनेजर देवेश चौरसिया को गिरफ्तार कर NSA की कार्यवाही की है। वहीं अब मोखा की पत्नी और हॉस्पिटल मैनेजर को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उम्मीद जताई है कि मामले में जल्द और भी गिरफ्तारी हो सकती है।
5 लोगों को NSA के 6 महीने की सजा
रेमडेसिविर इंजेक्शन सहित जीवन रक्षक दवाओं की कालाबाज़ारी करने वालों पर लगातार सख्त कार्रवाई देखने को मिल रही है. कालाबाज़ारी करने 5 लोगों के खिलाफ रासुका यानी की NSA के तहत 6 महीने के लिए जेल की सजा सुनाई गई है.