भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ से डिजिटल मीडिया के पत्रकारों ने कई ऐसे सवाल किए जो शायद इससे पहले नहीं हुए थे। एक प्रश्न के उत्तर में कमलनाथ ने बताया कि उन्होंने व्यापम घोटाला, ई टेंडर घोटाला और हनी ट्रैप जैसे मामलों की जांच क्यों नहीं करवाई।
श्री कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद उनका पूरा फोकस था कि मध्यप्रदेश को एक नया मोड़ दिया जाए। इसलिए उन्होंने व्यापम घोटाला, ई टेंडर घोटाला, हनी ट्रैप, आदि की जांच नहीं कराई। कमलनाथ ने कहा कि मैंने अपनी प्राथमिकता सेट की थी। मेरी प्राथमिकता नहीं थी कि इसको पकड़ो, उसको पकड़ो, इसको फसाओ, उसको फसाओ। फसाने के लिए और पकड़ने के लिए बहुत कुछ था परंतु मेरे पास तो दिन में सिर्फ 24 घंटे थे।
कांग्रेस के घोषणा पत्र में घोटालों का जिक्र क्यों था
कमलनाथ की इस बयान से एक नया प्रश्न उपस्थित होता है। कांग्रेस पार्टी का घोषणा पत्र कमलनाथ ने स्वयं बनाया था। घोषणा पत्र समिति के साथ कमलनाथ की कई दौर की मीटिंग हुई थी। घोषणा पत्र में किन मुद्दों को शामिल करना है, प्रतिनिधि समूहों के साथ बैठक कमलनाथ ने खुद की थी। सवाल यह है कि जब कमलनाथ की प्राथमिकता व्यापम जैसे घोटालों की जांच कराना नहीं थी, तो फिर उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान की बातों को कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र में शामिल ही क्यों किया।