भोपाल। भारत की नई शिक्षा नीति के अनुसार मध्यप्रदेश में ग्रेजुएशन के डिग्री कोर्स बदलने के लिए बोर्ड ऑफ स्टडी की मीटिंग 13 मई 2021 से शुरू हो गई है जो लगातार 20 मई 2021 तक चलेगी।
मध्यप्रदेश में ग्रेजुएशन के नए डिग्री कोर्स डिजाइन किए जा रहे हैं
उच्च शिक्षा विभाग की ओर से स्नातक के कोर्स में 40 फीसद बदलाव किया जाएगा। कोर्स कैसे डिजाइन किए जाएंगे। इसे लेकर अपर आयुक्त ने गुरुवार से हर दिन बोर्ड आफ स्टडी की बैठकें लेना शुरू कर दिया है। ये बैठकें ऑनलाइन कराई जा रही है। सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक बैठकों का दौर जारी रहेगा। ये बैठकें 20 मई तक समाप्त कर दी जाएंगी। इस दौरान अपर आयुक्त बोर्ड को कोर्स को डिजाइन करने और उनमें आने वाली समस्याओं को निराकृत कर रहे हैं।
आउट कम बेस्ड स्कीम के तहत कोर्स तैयार कर रहे हैं
विभाग आगामी सत्र 2021-22 में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को नया सिलेबस पढ़ने को मिलेगा। इसमें उन्हें नई स्कीम का फायदा भी मिलेगा। प्रोफेसर आउट कम बेस्ड स्कीम के तहत कोर्स तैयार कर रहे हैं। इससे एक साल की पढाई करने पर विद्यार्थी को सर्टिफिकेट, दो साल में डिप्लोमा और तीन साल में डिग्री देने के बाद विद्यार्थी चौथे साल में प्रवेश लेता है, तो उसे रिसर्च की डिग्री दी जाएगी।
सभी बोर्ड कोर्स को डिजाईन करते समय इस बात पर फोकस करेंगे कि विद्यार्थी सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री लेकर निजी रोजगार स्थापित करने या नौकरी हासिल कर कर सके, इसलिए सभी बोर्ड कोर्स को स्थानीय उद्योगों से जो.डकर तैयार कर रहे हैं। इससे विद्यार्थियों को अध्ययन करने के बाद नौकरी हासिल करने के बाद ज्यादा मशक्कत नहीं करना पडेगा।