भोपाल। मध्यप्रदेश में कर्फ्यू के कारण बेरोजगार हो गए दुकानदारों के अच्छे दिन आने वाले हैं। मध्यप्रदेश में ओवरऑल पॉजिटिविटी रेट तेजी से गिर रही है। यदि गिरावट के ग्राफ में कोई परिवर्तन नहीं आया तो 17 मई से कर्फ्यू में ढील शुरू हो जाएगी और 1 जून से सामान्य जनजीवन शुरू हो सकता है। बस ग्रामीण क्षेत्रों से कोई अशुभ समाचार ना आए।
मध्य प्रदेश में सबसे खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या 31
इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रतलाम, रीवा, सागर, खरगोन, बैतूल, धार, विदिशा, शिवपुरी, सतना, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, सीहोर, शहडोल, कटनी, रायसेन, बड़वानी, बालाघाट, सीधी, सिंगरौली, अनूपपुर, राजगढ़, मंदसौर, नीमच, दमोह, दतिया और उमरिया ऐसे जिले हैं जहां कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 से अधिक चल रही है। इंदौर में 17000, भोपाल 15000, ग्वालियर 9000 और जबलपुर 5000 से अधिक के साथ सबसे खतरनाक स्थिति में है।
मध्य प्रदेश के 6 जिले जहां स्थिति नियंत्रण में है
बुरहानपुर, भिंड, अशोकनगर, अलीराजपुर, खंडवा, छिंदवाड़ा और देवास मध्यप्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 500 से कम है। निश्चित रूप से इन जिलों में कलेक्टर एवं तमाम कोरोना कंट्रोल टीम सफलतापूर्वक काम कर रही है। यह सभी अभिवादन के पात्र हैं।
MADHYA PRADESH COVID19 UPDATE NEWS 12 MAY 2021
विशेष नोट:- अपने जिले के अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता या कोविड संबंधी अन्य जानकारी एक फोन पर प्राप्त कर सकते हैं। कोविड टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर - 1075
- ग्वालियर में कोरोनावायरस से पीड़ित हेड कांस्टेबल राजकुमार की मौत हो गई। कहा जा रहा है कि COVID के इलाज के बाद वह ब्लैक फंगस का शिकार हो गए थे।
- नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने बताया कि पन्ना जिले की एक नदी में कोरोनावायरस से संक्रमित हो कर मरे हुए 6 लोगों की लाशें तैर रही है। पन्ना के कलेक्टर ने बताया कि कुल 2 शव मिले हैं। दोनों COVID पॉजिटिव नहीं थे।
- मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की 8 मई 2021 को जारी रिपोर्ट में 11,000 पॉजिटिव बताई गए थे, आज समाचार मिला है कि इसमें से 6000 ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिक हैं।
- 11 मई की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के गांवों में 42,155 और संदिग्ध मरीज मिले। इसमें से 5,500 से ज्यादा को फीवर क्लीनिक और केविड केयर सेंटर भेज दिया गया है।
- जबलपुर के विश्व हिंदू परिषद के नेता सरबजीत सिंह को ट्रांजिट रिमांड पर ले जाने के लिए गुजरात की मोरबी थाने की पुलिस जबलपुर पहुंच गई है।
- BHEL का भोपाल कारखाना 4 दिन के लिए लॉक डाउन कर दिया गया है। यहां 10000 में से 5000 कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। 24 घंटे में 500 कर्मचारी पॉजिटिव पाए गए।
- जबलपुर में सैंपल कलेक्ट करने गई आशा कार्यकर्ता पर ग्रामीणों ने लाठियों से हमला कर दिया। भागकर जान बचाई।
- आज ब्लैक फंगस से इंदौर में 2 और जबलपुर में 3 लोगों की मौत हो गई।
- वरिष्ठ पत्रकार शिव अनुराग पटेरिया की मृत्यु हो गई। इंदौर के एक प्राइवेट अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। ऑक्सीजन लेवल बहुत कम हो गया था। डॉक्टरों का कहना है कि हार्ट अटैक के कारण उनकी मृत्यु हुई है।
- गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि रतलाम जिले को छोड़कर अब बाकी सभी जिलों में संक्रमण की दर 15% से नीचे आ गई है। मप्र देश में अब 7वें से 15वें स्थान पर आ गया है।