भोपाल। सबसे अच्छी खबर यह है कि मध्यप्रदेश के अलीराजपुर में एक्टिव केस की संख्या 100 से कम (99) हो गई है। मध्य प्रदेश की ओवरऑल पॉजिटिविटी रेट 9.1 प्रतिशत रह गई है। मध्य प्रदेश की 4 नालायक जिले (भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर) को छोड़कर सिर्फ 7 जिले ऐसे हैं जहां आज 100 से ज्यादा पॉजिटिव मिले। यानी मध्य प्रदेश के 41 जिलों में कोरोनावायरस कमजोर हो गया है। बस चिंता की बात सिर्फ इतनी है कि 26 जिलों में आज भी एक्टिव केस की संख्या 1000 से ज्यादा है। यानी अस्पताल से संक्रमण कभी भी शहर में फैल सकता है।
मध्य प्रदेश में सबसे खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या 26
इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रतलाम, रीवा, सागर, खरगोन, बैतूल, धार, शिवपुरी, सतना, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, शहडोल, सीहोर, रायसेन, सीधी, बालाघाट, अनूपपुर, सिंगरौली, मंदसौर, राजगढ़, दमोह और उमरिया ऐसे जिले हैं जहां कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 से अधिक चल रही है। इंदौर में 13000, भोपाल 13000, ग्वालियर 7000 और जबलपुर 4000 से अधिक के साथ सबसे खतरनाक स्थिति में है।
मध्य प्रदेश के 8 जिले जहां स्थिति नियंत्रण में है
बुरहानपुर, भिंड, आगर मालवा, अलीराजपुर, अशोकनगर, निवाड़ी, खंडवा और छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 500 से कम है। निश्चित रूप से इन जिलों में कलेक्टर एवं तमाम कोरोना कंट्रोल टीम सफलतापूर्वक काम कर रही है। यह सभी अभिवादन के पात्र हैं।
MADHYA PRADESH COVID19 UPDATE NEWS HEADLINES 17 MAY 2021
विशेष नोट:- अपने जिले के अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता या कोविड संबंधी अन्य जानकारी एक फोन पर प्राप्त कर सकते हैं। कोविड टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर - 1075
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि यदि COVID-19 ड्यूटी में लगे किसी भी स्थाई अथवा अस्थाई कर्मचारी की संक्रमित हो जाने के कारण मृत्यु हो जाती है तो उसके उत्तराधिकारी को अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी।
- चिरायु अस्पताल में एक बार फिर आयुष्मान कार्ड स्वीकार करने से मना कर दिया है। इससे पहले एक वीडियो वायरल हुआ था। मुख्यमंत्री ने फटकार लगाई थी। अजय गोयंका ने खंडन भी किया था।
- भोपाल की सांसद एवं विश्व हिंदू परिषद के नेता साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का कहना है कि नियमित रूप से गोमूत्र पीने से कोरोनावायरस का संक्रमण नहीं होता।
- कोरोनावायरस से संक्रमित महिला एडवोकेट पुष्पा मिश्रा की मृत्यु के मामले में भोपाल एसडीएम और ड्रग इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच के आदेश जारी हुए हैं। अधिकारियों ने महिला वकील के लिए इंजेक्शन नहीं दिया था।
- जबलपुर मेडिकल कॉलेज में कोरोनावायरस से संक्रमित एक युवक की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। उसका गला धारदार हथियार से कटा हुआ है।
- ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने केंद्र से मांगे एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन के 24 हजार डोज।
- भिंड जिले के गेंथरी गांव में लगभग 80% लोगों में कोरोनावायरस संक्रमण के लक्षण दिखाई दिए लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने यहां किसी को दवाई नहीं दी। लोग देसी दवाइयों से अपना इलाज कर रहे हैं।
- अलीराजपुर मध्य प्रदेश का पहला जिला है जहां एक्टिव केस की संख्या 100 से कम हो गई है।