भोपाल। गुड न्यूज़ यह है कि मध्यप्रदेश में खतरे से बाहर जिलों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है, संतोषजनक है कि खतरे के निशान से आगे चल रहे जिलों की संख्या में कोई वृद्धि नहीं हुई है आज भी इस लिस्ट में 16 जिलों के नाम है। सुखद समाचार यह है कि उपरोक्त 36 जिलों को छोड़कर शेष सभी जिलों में रिकवरी का प्रतिशत काफी तेज है। अलीराजपुर जैसे आदिवासी जिले में एक्टिव केस मात्र 43 रह गए हैं। जबकि सबसे आधुनिक, एडवांस, पढ़े लिखे और हाई प्रोफाइल इंदौर और भोपाल शहर में एक्टिव केस की संख्या 9000 से ज्यादा है। आज मध्य प्रदेश का ओवर ऑल पॉजिटिविटी रेट 4.8% हो गया लेकिन इससे पूरे मध्यप्रदेश को फायदा नहीं होगा। जिन शहरों का साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 5% से कम नहीं होगा, वहां 1 जून के बाद भी कर्फ्यू नहीं हटाया जा सकेगा।
मध्य प्रदेश में सबसे खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या 16
इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रतलाम, रीवा, सागर, बैतूल, धार, शिवपुरी, सतना, होशंगाबाद, अनूपपुर, सिंगरौली और दमोह ऐसे जिले हैं जहां कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 से अधिक चल रही है। इंदौर में 9000, भोपाल 9000, ग्वालियर 4000 और जबलपुर 4000 से अधिक के साथ सबसे खतरनाक स्थिति में है।
मध्य प्रदेश के 20 जिले जहां स्थिति नियंत्रण में है
बुरहानपुर, भिंड, आगर मालवा, अलीराजपुर, अशोक नगर, निवाड़ी, श्योपुर, खंडवा, डिंडोरी, हरदा, गुना, मंडला, छिंदवाड़ा, टीकमगढ़, दतिया, पन्ना, छतरपुर, झाबुआ, मुरैना और बड़वानी मध्यप्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 500 से कम है। निश्चित रूप से इन जिलों में कलेक्टर एवं तमाम कोरोना कंट्रोल टीम सफलतापूर्वक काम कर रही है। यह सभी अभिवादन के पात्र हैं।
MADHYA PRADESH COVID19 UPDATE NEWS HEADLINES 22 MAY 2021
विशेष नोट:- अपने जिले के अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता या कोविड संबंधी अन्य जानकारी एक फोन पर प्राप्त कर सकते हैं। कोविड टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर - 1075
- दमोह विधानसभा उपचुनाव में ड्यूटी पर लगाए गए 28 शिक्षक कोरोनावायरस से संक्रमित होने के बाद मृत्यु का शिकार हो चुके हैं।
- भोपाल में कोरोना कर्फ्यू 31 मई 2021 तक के लिए बढ़ा दिया गया है। पॉजिटिविटी रेट 9% से अधिक है। निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता कि 1 जून के बाद कर्फ्यू हटाया जा सकेगा।
- मध्य प्रदेश के 5 जिलों, भोपाल जिले में 15%, इंदौर में 13% रीवा में 13%, उज्जैन में 12% तथा अनूपपुर जिले में 11% पॉजिटिविटी रेट है।
- मध्य प्रदेश के 17 जिलों छतरपुर, टीकमगढ़, दतिया, मुरैना, गुना, श्योपुर, अशोकनगर, छिंदवाड़ा, हरदा, भिंड, बुरहानपुर, मंडला, झाबुआ, निवाड़ी अलीराजपुर, खंडवा तथा बड़वानी में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से कम है।
- मध्य प्रदेश के 5 मेडिकल कॉलेजों को ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए आरक्षित किया गया है परंतु इन अस्पतालों में मरीजों को सिर्फ भर्ती किया जा सकता है। इलाज के लिए दवाइयां और इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है।
- ग्राम बिसौनिया, जिला गुना के निवासियों का कहना है कि गांव में पेयजल का प्रबंधन नहीं है। जब तक सरकार पेयजल का प्रबंध नहीं कराएगी हम वैक्सीन नहीं लगाएंगे।
- नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता सरकार भरोसे नहीं बल्कि भगवान भरोसे है। मैंने मध्यप्रदेश में कोरोना से हुई मौतों के वास्तविक आंकड़े जारी किये तो सत्ता में बैठे ज़िम्मेदार लोग तिलमिला उठे। क्योंकि वह इस महामारी में निरंतर मौतों के आँकड़ो को दबाने व छुपाने के खेल में लगे हुए हैं।