भोपाल। गुड न्यूज़ यह है कि मध्य प्रदेश की ओवरऑल पॉजिटिविटी रेट घटकर 2.8% हो गई है और 2.5% पर वायरस को खत्म मान लिया जाता है क्योंकि माना जाता है कि ऐसी स्थिति में संक्रमित होने वाले नागरिकों की मृत्यु नहीं होती लेकिन निश्चिंत होने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह मध्य प्रदेश का ओवरऑल डेली औसत है। किसी शहर का साप्ताहिक औसत नहीं है। दुख की बात यह है कि सारे ग्राफ संतोषजनक और उत्साहवर्धक होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में मरने वालों की संख्या आज भी 70 बताई गई है। यदि एक्टिव केस की दृष्टि से देखें जो कि मध्य प्रदेश के विषय में प्रासंगिक भी है, तो केवल 12 जिले ऐसे हैं जहां वायरस खत्म होता हुआ दिखाई दे रहा है। शेष जिलों में संक्रमण की दर कम है लेकिन अस्पतालों और कंटेनमेंट इलाकों में वायरस मौजूद है।
मध्य प्रदेश में सबसे खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या 7
इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रतलाम, रीवा और सागर ऐसे जिले हैं जहां कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 से अधिक चल रही है। इंदौर में 7000, भोपाल 7000, ग्वालियर 1000 और जबलपुर 1000 से अधिक के साथ सबसे खतरनाक स्थिति में है। इस स्थिति को खतरनाक इसलिए कहा जाएगा क्योंकि संक्रमित नागरिक केवल अस्पताल में नहीं है बल्कि होम आइसोलेशन में भी है। भोपाल और इंदौर छोड़कर लगभग सभी जिलों में अस्पतालों के कोविड वार्ड में मरीजों की देखभाल उनके परिवार के लोग अटेंडर के रूप में कर रहे हैं। संक्रमण कभी भी फैल सकता है। खतरा बरकरार है।
मध्य प्रदेश के 12 जिले जहां स्थिति नियंत्रण में है
बुरहानपुर, भिंड, अलीराजपुर, निवाड़ी, खंडवा, डिंडोरी, हरदा, मंडला, छिंदवाड़ा, टीकमगढ़, छतरपुर और झाबुआ मध्यप्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 200 से कम है। निश्चित रूप से इन जिलों में कलेक्टर एवं तमाम कोरोना कंट्रोल टीम सफलतापूर्वक काम कर रही है। यह सभी अभिवादन के पात्र हैं।
MADHYA PRADESH COVID19 UPDATE NEWS HEADLINES 27 MAY 2021
विशेष नोट:- अपने जिले के अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता या कोविड संबंधी अन्य जानकारी एक फोन पर प्राप्त कर सकते हैं। कोविड टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर - 1075
- इंदौर में कलेक्टर द्वारा बनाए गए कंटेनमेंट जोन की चौकीदारी के लिए कोई प्रशासनिक कर्मचारी तैनात नहीं है। शिव धाम कॉलोनी में पीछे के रास्ते से संक्रमित लोग टहलने के लिए आते जाते रहते हैं।
- नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डॉ वीके पाल का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति वैक्सीन का पहला डोज कोविशील्ड का और दूसरा डोज को वैक्सीन का लग जाता है तो इससे उसे नुकसान नहीं बल्कि फायदा होगा।
- अनलॉक मध्य प्रदेश के लिए गठित किए गए मंत्रियों के समूह ने सैद्धांतिक फैसले ले लिए हैं। फाइनल डिसीजन 31 मई 2021 को होगा।
- मध्य प्रदेश में आज सिर्फ इंदौर और भोपाल दो ऐसे शहर हैं जहां संक्रमित नागरिकों की संख्या चिंताजनक (इंदौर में 577, भोपाल में 409) स्थिति में है।
- ग्वालियर और जबलपुर में संक्रमण की दर कम हुई है लेकिन मरने वालों की संख्या कम नहीं हो रही। पिछले 24 घंटे में दोनों शहरों में 8-8 मरीजों की मौत हुई है।
- मध्य प्रदेश के आगर मालवा, अलीराजपुर, बड़वानी, भिंड, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, देवास, डिंडौरी, गुना, झाबुआ, हरदा, खंडवा, मंडला, नरसिंहपुर, निवाड़ी, शाजापुर, श्याेपुर, उमरिया, दतिया व कटनी जिलों में 10 से कम पॉजिटिव मिले हैं।
- मुरैना के डोडरी गांव में ग्रामीणों ने वैक्सीनेशन के लिए आई टीम को वापस लौटा दिया। ग्रामीणों का कहना है कि जिन लोगों को टीके लगाए थे उन्हें अब भी आए दिन बुखार आता रहता है।
- ब्लैक फंगस के इंजेक्शन के मामले में मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का कहना है कि जब जनसंख्या बढ़ जाती है तो सरकार इंतजाम नहीं कर पाती।