भोपाल। गुड न्यूज़ है कि पिछले 24 घंटे में मध्य प्रदेश का ओवरऑल पॉजिटिविटी रेट 1.8% है लेकिन बुरी खबर है कि कोरोनावायरस से संक्रमित 60 लोगों की मृत्यु हो गई। मात्र 21 जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 200 से कम है। भोपाल की स्थिति सबसे खतरनाक है। यहां 7000 से ज्यादा एक्टिव केस हैं और क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप में शामिल नेताओं ने कर्फ्यू खत्म करने का फैसला ले लिया है। 24 जिलों में आज भी 10 से ज्यादा पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से चार जिलों में 50 से अधिक संख्या दर्ज की गई है। मुरैना में संक्रमित लोगों की संख्या अचानक बढ़ गई थी। अतः केवल साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट के आधार पर फैसला शायद नुकसानदायक हो सकता है।
मध्य प्रदेश में सबसे खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या 5
इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और रतलाम ऐसे जिले हैं जहां कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 से अधिक चल रही है। इंदौर में 4000, भोपाल 7000, ग्वालियर 1000 और जबलपुर 1000 से अधिक के साथ सबसे खतरनाक स्थिति में है। इस स्थिति को खतरनाक इसलिए कहा जाएगा क्योंकि संक्रमित नागरिक केवल अस्पताल में नहीं है बल्कि होम आइसोलेशन में भी है। भोपाल और इंदौर छोड़कर लगभग सभी जिलों में अस्पतालों के कोविड वार्ड में मरीजों की देखभाल उनके परिवार के लोग अटेंडर के रूप में कर रहे हैं। संक्रमण कभी भी फैल सकता है। खतरा बरकरार है।
मध्य प्रदेश के 21 जिले जहां स्थिति नियंत्रण में है
बुरहानपुर, भिंड, आगर मालवा, अलीराजपुर, अशोकनगर, निवाड़ी, खंडवा, डिंडोरी, हरदा, मंडला, छिंदवाड़ा, टीकमगढ़, दतिया, पन्ना, छतरपुर, झाबुआ, कटनी, शहडोल, होशंगाबाद, नरसिंहपुर और विदिशा मध्यप्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 200 से कम है। निश्चित रूप से इन जिलों में कलेक्टर एवं तमाम कोरोना कंट्रोल टीम सफलतापूर्वक काम कर रही है। यह सभी अभिवादन के पात्र हैं।
MADHYA PRADESH COVID19 UPDATE NEWS HEADLINES 20 MAY 2021
विशेष नोट:- अपने जिले के अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता या कोविड संबंधी अन्य जानकारी एक फोन पर प्राप्त कर सकते हैं। कोविड टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर - 1075
- मध्य प्रदेश शासन के स्वास्थ्य विभाग ने हाई रिस्क ग्रुप के लोगों के लिए विशेष वैक्सीनेशन अभियान की घोषणा की है। इस ग्रुप में दुकानदार, दूधवाला, सब्जी वाला, घरेलू काम वाली महिलाएं आदि शामिल हैं। (पूरा समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
- मध्य प्रदेश के सभी जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक हो चुकी है। अनलॉक करने के लिए गाइडलाइन जारी की जा रही है।
- मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शनिवार और रविवार को कर्फ्यू रहेगा।
- कोरोनावायरस के कारण अनाथ हुए बच्चों को सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता के लिए योजना (मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना) का शुभारंभ कर दिया गया।
- उज्जैन नगर निगम ने आदेश जारी किया है कि जिन कर्मचारियों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है उन्हें वेतन नहीं दिया जाएगा।
- मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से मृत्यु की संख्या कम नहीं हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में पिछले 24 घटों में सबसे ज्यादा जबलपुर में 7 मौतें हैं। शिवपुरी में 6, ग्वालियर और बैतूल में 5-5 मौत दर्ज की गई। विदिशा में पिछले 24 घंटे में 13 संक्रमित मिले, लेकिन इस दौरान मरने वालों की संख्या 4 है। इंदौर में 3 और भोपाल में 2 मौतें होना बताया गया है।
- जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल का ऐलान कर दिया है। सोमवार को यदि मांग नहीं मानी तो मंगलवार से कोविड-19 से पीड़ित मरीजों की देखभाल बंद कर देंगे। संकट काल में इस तरह की हड़ताल गैरकानूनी मानी जाती है। हड़ताल पर जाने वाले डॉक्टरों को गिरफ्तार करके उनकी डिग्री रद्द करने की कार्रवाई की जा सकती है।
- इंदौर में कोरोनावायरस का संक्रमण ज्यादा होने के बावजूद वैक्सीनेशन का कार्यक्रम काफी स्लो चल रहा है। 28 लाख के टारगेट के बदले सिर्फ 10 लाख लोगों का टीकाकरण किया गया।