भोपाल। गुड न्यूज़ यह है कि नियंत्रण वाले जिलों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है और खतरे की स्थिति वाले जिलों की संख्या घटकर 3 रह गई है। एक और संतोषजनक समाचार यह भी है कि पिछले 24 घंटे में महामारी से मरने वालों की संख्या 48 है। पहली बार इस संख्या में संतोषजनक कमी आई है। सरकार का संवैधानिक लक्ष्य है की महामारी से एक भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं होनी चाहिए। सिर्फ भोपाल और इंदौर में 200 से ज्यादा पॉजिटिव मिले हैं। 31 जिलों में 10 से कम पॉजिटिव मिले हैं। लेकिन याद रखना होगा कि आधे मध्य प्रदेश यानी 26 जिलों में संक्रमण कम हुआ है लेकिन वायरस मौजूद है।
मध्य प्रदेश में सबसे खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या 3
भोपाल इंदौर और जबलपुर ऐसे जिले हैं जहां कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 से अधिक चल रही है। इंदौर में 4000, भोपाल 7000, ग्वालियर 1000 और जबलपुर 1000 से अधिक के साथ सबसे खतरनाक स्थिति में है। इस स्थिति को खतरनाक इसलिए कहा जाएगा क्योंकि संक्रमित नागरिक केवल अस्पताल में नहीं है बल्कि होम आइसोलेशन में भी है। भोपाल और इंदौर छोड़कर लगभग सभी जिलों में अस्पतालों के कोविड वार्ड में मरीजों की देखभाल उनके परिवार के लोग अटेंडर के रूप में कर रहे हैं। संक्रमण कभी भी फैल सकता है। खतरा बरकरार है।
मध्य प्रदेश के 26 जिले जहां स्थिति नियंत्रण में है
बुरहानपुर, भिंड, आगर मालवा, अलीराजपुर, अशोक नगर, निवाड़ी, खंडवा, डिंडोरी, हरदा, गुना, मंडला, छिंदवाड़ा, टीकमगढ़, दतिया, पन्ना, छतरपुर, झाबुआ, देवास, बड़वानी, कटनी, शहडोल, होशंगाबाद, नरसिंहपुर, विदिशा, सतना और खरगोन मध्यप्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 200 से कम है। निश्चित रूप से इन जिलों में कलेक्टर एवं तमाम कोरोना कंट्रोल टीम सफलतापूर्वक काम कर रही है। यह सभी अभिवादन के पात्र हैं।
MADHYA PRADESH COVID19 UPDATE NEWS HEADLINES 31 MAY 2021
विशेष नोट:- अपने जिले के अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता या कोविड संबंधी अन्य जानकारी एक फोन पर प्राप्त कर सकते हैं। कोविड टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर - 1075
- मध्यप्रदेश में छह मेडिकल कॉलेजों की 3000 से ज्यादा जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं। संकटकाल में हड़ताल करने के कारण आम जनता जूनियर डॉक्टरों के इस कदम की निंदा कर रही है।
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्राइवेट अस्पतालों में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए एक बार फिर दरें निर्धारित कर दी हैं। पिछले साल भर के अनुभव बताते हैं कि अस्पताल इस मामले में सरकार की गाइडलाइन का पालन नहीं करते। और सरकार अस्पतालों से निर्धारित दरों का पालन नहीं करवा पाती।
- इंदौर में संक्रमण की दर 5% दर्ज की गई है।
- पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के करीबी कांग्रेस नेता केपीएस तिवारी की इंजेक्शन ना मिलने के कारण जबलपुर में मौत।
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना कर्फ्यू 15 जून 2021 तक लागू रहेगा। सिर्फ छूट दी जा रही है। कर्फ्यू खत्म नहीं किया जा रहा।
- मुरैना में पुलिस ने सब्जी के ठेले पलट दिए क्योंकि 10 बजे के बाद भी सब्जी का ठेला सड़क पर था। हाई कोर्ट ने एक फैसले में इस तरह की कार्रवाई को अपराध माना है।
- ग्वालियर में डॉक्टरों का कहना है कि कोरोनावायरस से मृत व्यक्ति के डेथ सर्टिफिकेट पर मृत्यु का कारण COVID-19 लिखने के लिए शासन से अब तक गाइडलाइन नहीं आई है।
- भारत की राजधानी दिल्ली भी अनलॉक होना शुरू हो गई है।