भोपाल। एक तरफ सरकार कह रही है कि पॉजिटिविटी रेट कम हो रही है और रिकवरी रेट बढ़ रही है। पॉजिटिव मिलने वाले मरीजों की संख्या कम है जबकि डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या ज्यादा है। बावजूद इसके गंभीर जनों की लिस्ट में 4 नए नाम जुड़ गए। कल तक इस लिस्ट में 26 जिले थे आज 30 जिले हैं। इन सभी जिलों में एक्टिव केस की संख्या 1000 से ज्यादा है।
मध्य प्रदेश में सबसे खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या 30 (24 घंटे में 4 जिले बढ़ गए)
इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, सागर, रतलाम, रीवा, बैतूल, विदिशा, धार, सतना, नरसिंहपुर, शिवपुरी, होशंगाबाद, कटनी, शहडोल, सीहोर, झाबुआ, रायसेन, मुरैना, नीमच, सिंगरौली, सीधी, टीकमगढ़, दतिया और निवाड़ी ऐसे जिले हैं जहां कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 से अधिक चल रही है। इंदौर में 11000, भोपाल 11000, ग्वालियर 8000 और जबलपुर 5000 से अधिक के साथ सबसे खतरनाक स्थिति में है।
मध्य प्रदेश के 8 जिले जहां स्थिति नियंत्रण में है
बुरहानपुर, आगर मालवा, भिंड, डिंडोरी, अलीराजपुर, खंडवा, हरदा और छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 500 से कम है। निश्चित रूप से इन जिलों में कलेक्टर एवं तमाम कोरोना कंट्रोल टीम सफलतापूर्वक काम कर रही है। यह सभी अभिवादन के पात्र हैं।
MADHYA PRADESH COVID19 UPDATE NEWS 02 MAY 2021
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज फिर निर्देशित किया है कि घर-घर जाकर सर्वे करें। सर्दी जुकाम के मरीजों को दवाइयां दे। पॉजिटिव लोगों को किट उपलब्ध कराएं और शहरों एवं ग्रामीण क्षेत्रों को कोरोनावायरस से मुक्त बनाएं। परंतु उनके निर्देशों का पालन हो रहा है या नहीं इसकी निगरानी के लिए शायद कोई अधिकारी नियुक्त नहीं किया गया।
पूर्व मंत्री श्री बृजेंद्र सिंह राठौर का कोरोनावायरस संक्रमण के कारण निधन हो गया।
बड़वानी के अस्पताल में एक साथ 4 मरीजों की मौत हो गई पुलिस तो परिजनों का कहना है कि ऑक्सीजन का फ्लोर कम कर दिया गया था।
होशंगाबाद के जिला चिकित्सालय में भर्ती 4 घंटे तक अपनी पत्नी के शव का इंतजार करता रहा। शव वाहन नहीं आया।
उज्जैन जिले के नागदा में कमल गनेरीवाल और उनके छोटे भाई विनोद गनेरीवाल (संयुक्त परिवार) बड़ी बहू 53 वर्षीय रेखा गनेरीवाल और छोटी बहू 45 वर्षीय विशाखा गनेरीवाल की एक साथ आधे घंटे के अंतराल में मौत हो गई।
मंदसौर के कलेक्टर मनोज पुष्प की माता जी का निधन हो गया परंतु उन्होंने 13 घंटे का भी शौक नहीं बनाया। अंतिम संस्कार के तत्काल बाद ड्यूटी पर लौट आई।
अब आप अपने जिले के अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता या कोविड संबंधी अन्य जानकारी एक फोन पर प्राप्त कर सकते हैं। कोविड टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर - 1075