भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस के संक्रमण से मरने वालों की संख्या कितनी है, यह सवाल बड़ा हो गया है क्योंकि संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं यानी मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी कोरोनावायरस मीडिया बुलिटिन के आंकड़ों में गड़बड़ी दिखाई दे रही है। आज के बुलेटिन के अनुसार आज तक कुल संक्रमित हुए नागरिकों की संख्या 637406 है और इनमें से स्वस्थ हुए नागरिकों की संख्या 542632 बताई गई है। यदि इन दोनों आंकड़ों को सही मान लिया जाए तो मरने वालों की संख्या 94774 हो जाती है लेकिन बुलेटिन में तो सिर्फ 6160 लिखी हुई है।
मध्य प्रदेश में सबसे खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या 29 (2 जिले बढ़ गए)
इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रतलाम, सागर, रीवा, खरगोन, बैतूल, धार, विदिशा, सतना, शिवपुरी, होशंगाबाद, कटनी, शहडोल, सीहोर, रायसेन, मुरैना, सिंगरौली, राजगढ़, मंदसौर, अनूपपुर, नीमच, सीधी, दमोह, दतिया और पन्ना ऐसे जिले हैं जहां कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 से अधिक चल रही है। इंदौर में 12000, भोपाल 11000, ग्वालियर 8000 और जबलपुर 4000 से अधिक के साथ सबसे खतरनाक स्थिति में है।
मध्य प्रदेश के 7 जिले जहां स्थिति नियंत्रण में है
बुरहानपुर, भिंड, अलीराजपुर, खंडवा, हरदा, देवास और छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 500 से कम है। निश्चित रूप से इन जिलों में कलेक्टर एवं तमाम कोरोना कंट्रोल टीम सफलतापूर्वक काम कर रही है। यह सभी अभिवादन के पात्र हैं।
MADHYA PRADESH COVID19 UPDATE NEWS 06 MAY 2021
विशेष नोट:- अपने जिले के अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता या कोविड संबंधी अन्य जानकारी एक फोन पर प्राप्त कर सकते हैं। कोविड टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर - 1075
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 15 मई 2021 तक के लिए पूरे मध्यप्रदेश में कर्फ्यू की घोषणा कर दी है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी सारी गतिविधियां बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं।
कटनी में सब इंस्पेक्टर नरेश पटेल की मृत्यु हो गई। श्री पटेल दिनांक 26 अप्रैल को ड्यूटी के दौरान संक्रमित हो गए थे।
इंदौर में एक लड़के को गिरफ्तार किया गया है। वह अपनी गर्लफ्रेंड को शादी के बाद शानदार हनीमून पर ले जाने के लिए इंजेक्शन की शीशी में पानी भरकर ढाई-ढाई लाख रुपए में बेच रहा था।
निवाड़ी जिले में कोरोनावायरस से संक्रमित एक युवक विवाह समारोह में शामिल हुआ और उसके कारण 40 लोग पॉजिटिव हो गए।
शिवपुरी में डायरिया के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई है। उसके घर वाले CORONA समझ कर इलाज करवा रहे थे।
नर्स को सिस्टर यानी बहन कहा जाता है। मरीज उस पर मां के समान विश्वास करते हैं। उज्जैन में एक नर्स मरीजों के रेमडेसिवीर इंजेक्शन चुराकर बाजार में ₹20000 में बेच रही थी।
मुरैना जिले के जौरा कस्बे में एक एंबुलेंस संचालक ने मनमाना किराया नहीं मिलने पर इमरजेंसी की स्थिति में मरीज को ले जाने से मना कर दिया। परिजनों ने अपनी कार में ऑक्सीजन सिलेंडर लगाकर मरीज को ग्वालियर अस्पताल पहुंचाया।
नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने मांग की है कि कोरोनावायरस से मरने वालों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए।