भोपाल। यदि मध्य प्रदेश के 31 जिलों के कलेक्टर अपने अपने क्षेत्राधिकार में नागरिकों की मुंह बंद (फेस मास्क) करवाने में कामयाब हुए तो 15 मई से बाजार खुल जाएगा। मध्य प्रदेश शासन के संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं के आंकड़े कुछ इसी प्रकार के संकेत दे रहे हैं। जनता से जागरूकता की उम्मीद करना गलत होगा। जो लोग हेलमेट और सीट बेल्ट नहीं लगाते हैं वह फेस मास्क क्यों लगाएंगे। यह काम कलेक्टर को ही करना होगा। पॉजिटिविटी रेट आज भी 17.4% रही है। यदि 14 जिलों के कलेक्टर सुधर जाएं तो यह रेट 10% से कम हो जाएगी।
मध्य प्रदेश में सबसे खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या 33
इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रतलाम, सागर, रीवा, खरगोन, बैतूल, धार, विदिशा, सतना, शिवपुरी, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, सीहोर, शहडोल, कटनी, बड़वानी, रायसेन, सिंगरौली, मुरैना, राजगढ़, अनूपपुर, मंदसौर, सीधी, नीमच, दमोह, टीकमगढ़, पन्ना, दतिया और उमरिया ऐसे जिले हैं जहां कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 से अधिक चल रही है। इंदौर में 14000, भोपाल 13000, ग्वालियर 9000 और जबलपुर 4500 से अधिक के साथ सबसे खतरनाक स्थिति में है।
मध्य प्रदेश के 6 जिले जहां स्थिति नियंत्रण में है
बुरहानपुर, भिंड, अलीराजपुर, खंडवा, देवास और छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 500 से कम है। निश्चित रूप से इन जिलों में कलेक्टर एवं तमाम कोरोना कंट्रोल टीम सफलतापूर्वक काम कर रही है। यह सभी अभिवादन के पात्र हैं।
MADHYA PRADESH COVID19 UPDATE NEWS 09 MAY 2021
विशेष नोट:- अपने जिले के अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता या कोविड संबंधी अन्य जानकारी एक फोन पर प्राप्त कर सकते हैं। कोविड टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर - 1075
ग्लूकोस और नमक से रेमडेसिवीर इंजेक्शन बनाए जा रहे थे। मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर शहरों में 3000 मरीजों को लगाए जा चुके हैं।
मध्यप्रदेश में नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन मामले में जबलपुर के सिटी अस्पताल के संचालक का नाम सामने आया है।
मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग में CORONA मामले में एंबुलेंस की नवीन दरें निर्धारित की थी परंतु एंबुलेंस संचालकों ने दरों को स्वीकार नहीं किया है। परिवहन विभाग द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
होशंगाबाद में 369 गांव कोरोनावायरस की चपेट में है। ग्रामीण क्षेत्र में COVID के मामले में यह मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
जबलपुर में कलेक्टर कार्यालय का COVID पॉजिटिव क्लर्क शक्ति भवन के पास मॉर्निंग वॉक करते हुए पकड़ा गया।
भोपाल में कलेक्टर ने कर्फ्यू की लास्ट डेट बढ़ाकर 17 मई कर दी है।