जबलपुर। मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस ना केवल गांव तक पहुंच गया है बल्कि नरभक्षी राक्षस की तरह है हर रोज कई लोगों की मौत का कारण बन रहा है। जबलपुर जिले में एक गांव ऐसा है जहां पर सार्वजनिक शौचालय के कारण सैकड़ों लोग संक्रमित हो गए। इन में से 28 लोगों की मौत हो गई जबकि 56 लोग जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। सरकारी रिकॉर्ड में भले ही संख्या कितनी भी दर्ज हो परंतु ध्यान देने की जरूरत है कि ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक शौचालय संक्रमण का बड़ा कारण बन रहा है।
इलाज करने वाला डॉक्टर ही संक्रमित हो गया, इसलिए मृत्यु दर बढ़ गई
बेलखेड़ा वही गांव है जहां पहली लहर में एक भी केस नहीं था और अब पूरे गांव को ही कंटेनमेंट जोन बनाना पड़ा है। 1735 घरों के साथ 7536 की आबादी वाले इस गांव में एक महीने में 28 की मौत हो चुकी है। यानी औसतन हर रोज एक। यहां एक डॉक्टर के संक्रमित होने के बाद गांव में कोरोना ने पांव पसार लिया है। बेलखेड़ा पीएचसी के डॉक्टर नीलेश श्रीवास्तव अप्रैल के पहले सप्ताह में संक्रमित हुए थे। तबीयत बिगड़ी तब वे अस्पताल में भर्ती हुए। इससे पहले वह लगातार लोगों का इलाज करते रहे। यह लापरवाही बेलखेड़ा गांव पर भारी पड़ी। वे अब ठीक हो चुके हैं, लेकिन परिवार में बेटा सहित दूसरे लोग संक्रमित हो चुके हैं।
सबसे दुखदाई मौत मां-बेटे की हुई
हेमंत पाठक (32) को चार दिन पहले बुखार आया और सांस लेने में कठिनाई होने लगी। परिवार के लोग अस्पताल ले गए। पर वहां पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। इकलौते बेटे के गम में दुखी मां ममता पाठक (68) की भी शुक्रवार को मौत हो गई। परिवार में पिता छिदामी पाठक (70) और उनकी बहू ही बचे हैं, लेकिन दोनों संक्रमित हैं।
पूर्व विधायक के जेठ की भी कोरोना से मौत
बेलखेड़ा में ही पूर्व विधायक प्रतिभा सिंह का भी पैतृक घर है। तीन दिन पहले उनके परिवार के रिश्ते में जेठ रघुराज सिंह ठाकुर (70) की कोरोना से मौत हो गई। अब उनके घर (हवेली) के बाहर कोविड कंटेनमेंट जोन का पाेस्टर लगाकर प्रवेश निषेध कर दिया गया है।
बेलखेड़ा थाना, स्वास्थ्य केंद्र और स्कूल भी संक्रमित
कोरोना का संक्रमण गांव से थाने में भी प्रवेश कर गया है। थाने में पदस्थ एसआई रामसुजान इलाड़ी, एएसआई भोला मरावी व संतोष सिंह और आरक्षक मुनीम ठाकुर की पत्नी संक्रमित हैं। टीआई सुजीत श्रीवास्तव की पत्नी भी अस्वस्थ हैं। इससे पहले एएनएम दीपिका ठाकुर, अभय प्रताप सिंह व महिला शिक्षिका अनीता सिंह भी संक्रमित हो चुके हैं।