भोपाल। मध्य प्रदेश शासन के पूर्व मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता जयंत मलैया ने प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा द्वारा दिए गए नोटिस से नाराज होकर कहा कि नोटिस मिल गया है, भोपाल जाकर इसका जवाब दूंगा। इसके बाद दिल्ली जाऊंगा। कुछ ऐसी बातें हैं, जो दिल्ली में ही बताना पड़ेंगी। कुल मिलाकर तलवारें खिंच गई हैं और जयंत मलैया रण में उतर चुके हैं।
शिवराज जी हार की जिम्मेदारी तो लेंगे नहीं, इसलिए ठीकरा मुझ पर फोड़ दिया
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दमोह के कलेक्टर एवं एसपी को बदल दिया है और प्रदेश अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने वरिष्ठ नेता जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया सहित पांच मंडल अध्यक्षों की सदस्यता निलंबित करते हुए उन्हें नोटिस जारी किया है। इसके बाद जयंत मलैया ने पत्रकारों के सामने आकर कहा कि दमोह में भारतीय जनता पार्टी सिर्फ मेरा बूथ नहीं हारी, प्रत्याशी राहुल लोधी खुद अपना वार्ड हार गए। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जहां रहते हैं, वह वार्ड हार गए। जिला पंचायत और नगर पालिका अध्यक्ष का वार्ड भी हार गए। अब हार का ठीकरा किसी पर तो फोड़ना था, तो मुझ पर और मेरे बेटे पर फोड़ दिया। शिवराज जी हार की जिम्मेदारी तो लेंगे नहीं।
मंत्री प्रहलाद पटेल ने भरी सभा में मुझे पूतना कहा था: जयंत मलैया
पूर्व मंत्री जयंत मलैया ने कहा कि हार का ठीकरा मुझ पर इसलिए फोड़ा गया है, क्योंकि मेरी केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल से बनती नहीं है। उन्होंने राज्यसभा सांसद की सभा में मुझे और गोपाल भार्गव को पूतना (छलकपटी) कहा था। सभा में ही उन्होंने कह दिया था कि लड़ना है, तो मुझ से लड़ो, उससे (राहुल लोधी) क्यों लड़ रहे हो? इससे माहौल ज्यादा खराब हो गया। उन्हें सार्वजनिक मंच से ऐसा नहीं कहना था।
शिवराज सिंह ने खुद कहा था- सिद्धार्थ को 2023 में टिकट देंगे
जयंत मलैया ने बताया कि मैने मुख्यमंत्री से कह दिया था कि आगे मुझे टिकट मिले या ना मिले, मेरे बेटे को भी ना मिले, लेकिन मान-सम्मान तो मिलना चाहिए। तब सीएम ने कहा था कि पूरी जानकारी दिल्ली में संगठन महामंत्री को बताएंगे। फिर उन्होंने बताया कि मेरी दिल्ली बात हो गई है। मलैया ने बताया कि चुनाव से पहले ही मुख्यमंत्री ने मुझे भरोसा दे दिया था कि 2023 के विधानसभा चुनाव में सिद्धार्थ को टिकट देंगे। क्योंकि सिद्धार्थ ने कहा था कि यदि टिकट नहीं मिली तो वह निर्दलीय चुनाव लड़ेगा।