जबलपुर। कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने 31 मई के बाद कोरोना कर्फ्यू में लगाये गये प्रतिबंधों में से कुछ छूट दिये जाने की संभावना भी बताई। उन्होंने कहा कि अनलॉक की प्रक्रिया के दौरान कोरोना के केस न बढ़ें इस पर ज्यादा ध्यान देना होगा। यह हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी। श्री शर्मा ने अनलॉक की प्रक्रिया के दौरान संक्रमण न बढ़े इसके लिए अलग-अलग समूहों में व्यापारियों की बैठकें करने तथा उन्हें एसओपी जारी करने के निर्देश दिये।
ग्राहक बिना मास्क का दिखा तो दुकान सील, दुकानदार क्वारंटाइन
उन्होंने कहा कि व्यापारियों से कोरोना प्रोटोकॉल और शासन की गाईडलाइन का कड़ाई से पालन करने का आग्रह किया जाये। व्यापारियों से कहा जाये कि ''मास्क नहीं तो सामान नहीं'' और ''मास्क नहीं तो बात नहीं'' के सूत्र वाक्य को अपनाते हुए बिना मास्क लगाये ग्राहकों को अपनी दुकानों पर प्रवेश न दे। ग्राहकों के बीच फिजिकल डिस्टेंसिंग बनाये रखने की व्यवस्था करें तथा प्लास्टिक की पारदर्शी शीट का इस्तेमाल करें।
वार्ड आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य सर्वे में साथ रहेंगे
कलेक्टर ने वर्चुअल मीटिंग में कोरोना की रोकथाम के लिए वार्डवार गठित आपदा प्रबंधन समितियों को भी ज्यादा सक्रिय करने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा समितियों के अशासकीय सदस्यों को उन क्षेत्रों में घर-घर सर्वे के लिए जा रही टीमों के साथ भेजा जाये जहां लोग या तो सर्वे टीमों को सहयोग नहीं कर रहे हैं अथवा सही जानकारी नहीं दे रहे हैं।
कॉलोनियों की सोसायटियों के पदाधिकारी प्रोटोकॉल के लिए जिम्मेदार
श्री शर्मा ने कॉलोनियों एवं अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों को भी अपने-अपने रहवासी क्षेत्र या अपार्टमेंट में कोरोना पर नियंत्रण के प्रयासों में भागीदार बनाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि कालोनियों एवं अपार्टमेंट की रहवासी समितियों के पदाधिकारियों की थानेवार बैठक बुलाई जाये तथा उन्हें अपने कॉलोनी एवं अपार्टमेंट में कोरोना की रोकथाम की जिम्मेदारी दी जाये।
हर घर का एक व्यक्ति कोरोना कंट्रोल कार्यक्रम में शामिल हो
कलेक्टर ने कोरोना की रोकथाम के लिए आम लोगों में जागरूकता पैदा करने पर बल देते हुए कहा कि हमारे प्रयास ऐसे हों कि हर घर में एक व्यक्ति स्वयंसेवी के तौर पर परिवार के सदस्यों को संक्रमण से सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी ले। यदि ऐसा हो सके तो कोरोना के विरूद्ध लड़ाई और आसान हो जायेगी और इस पर पूरी तरह से नियंत्रण पाया जा सकेगा। उन्होंने कोरोना के प्रत्येक नये प्रकरण में कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की कांटेक्ट ट्रेसिंग पर ज्यादा ध्यान देने की बात कही और उनके संपर्क में आये सभी लोगों को आइसोलेट करने के निर्देश दिये। श्री शर्मा ने कहा कि कांटेक्ट ट्रेसिंग के दौरान व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव होने के कारणों का भी पता लगाया जाये ताकि उनका निदान किया जा सके।