भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया के सरदार इन दिनों काफी व्यस्त हैं। कोरोनावायरस संक्रमण और ब्लैक फंगस के तनाव के बीच कैंप के कथित गद्दार उमंग सिंघार और कमलनाथ से बदला लेने का अवसर चूकना नहीं चाहते। पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने शासकीय जनसंपर्क कार्यालय में पत्रकार वार्ता का आयोजन करके कमलनाथ पर हमला किया है।
आतंकवादियों जैसी बात कर रहे हैं कमलनाथ: पंचायत मंत्री ने कहा
महाराजा ज्योतिरादित्य सिंधिया के विश्वसनीय सरदारों में से एक महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ अपने कार्यकर्ताओं से कहते हैं कि आग लगा दो। यही बात तो आतंकवादी करते हैं कि सही समय है, आग लगा दो, बम फोड़ दो। कमलनाथ की भाषा आतंकवादियों जैसी ही है। उन्होंने मांग की कि कमलनाथ पर राजद्रोह का मामला दर्ज होने चाहिए।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कौन से अपमान का बदला लेना है
कमलनाथ जब मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया को कई बार अपमानित किया था। सरकारी बंगले के आवंटन से लेकर राज्यसभा सदस्य के चुनाव हेतु दावेदारी तक कदम कदम पर ज्योतिरादित्य सिंधिया को शक्तिहीन और सीमित दर्जे का नेता प्रमाणित करने की कोशिश की गई थी। अंत में 'तो उतर जाएं' कहकर कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस पार्टी छोड़ने पर मजबूर कर दिया था।
आदिवासी नेता उमंग सिंघार की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के महल में हाजिरी लगाकर उमंग सिंघार उनकी टीम के विश्वासपात्र नेता बन गए थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जब दलबदल किया तो उमंग सिंघार से भी साथ चलने की उम्मीद की, यह स्वाभाविक भी था परंतु उमंग सिंघार ने ना केवल इंकार कर दिया बल्कि मीडिया के सामने बयान दिया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें ₹500000000 का ऑफर दिया था। जय विलास पैलेस में इस तरह के बयान को गद्दारी माना जाता है। यही कारण है कि फरियादी के बयान दे देने के बावजूद आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला खत्म नहीं हुआ।