भोपाल। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत यूनिवर्सिटी और कॉलेज में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स अब NCC को ऐच्छिक विषय के रूप में चुन सकेंगे। 36वीं बटालियन एनसीसी के प्रशासनिक अधिकारी कर्नल राजीव कुमार ने बताया कि चाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के अंतर्गत स्नातक के छात्रों को यह विकल्प मिलेगा।
NCC से ग्रेजुएशन वालों को सरकारी नौकरी में प्राथमिकता मिलेगी
इस नई पहल से एनसीसी के विद्यार्थी बी और सी सटिफिकेट प्राप्त करने के साथ ही अब उच्च प्रशिक्षण के लिए अकादमिक केडिट भी प्राप्त कर सकेंगे, साथ ही केंद्रीय और राज्य सरकार की भर्तियों में अतिरिक्त लाभ प्राप्त करने के पात्र हो सकेंगें। उन्होंने बताया कि ऐसा करने से निजी क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी, डिग्री के साथ बोनस अंक भी मिलेंगे एनसीसी को पाठयकम के रूप में पढ़ाया जाएगा।
इस नए पाठयकम को यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार छह सेमेस्टर और 24 केडिट प्वाइंट में विभाजित किया गया है। यह कोर्स नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है, जिससे एनसीसी के छात्रों को भविष्य में भी लगातार बेहतर रोजगार के अवसर उपलब्ध होते रहेंगे। इलेक्टिव केडिट कोर्स सिद्धांत और व्यवहार आधारित है। इसके तहत सैन्य इतिहास पढ़ने के साथ शिविरों के माध्यम से छात्र मानचित्र और आकलन, फील्डक्राप्ट, युद्ध कौशल, हथियार प्रशिक्षण आदि प्राप्त कर सकेंगे, शारीरिक दक्षता विकसित करने के साथ आपदा प्रबंधन व राष्ट्रीय सुरक्षा प्रबंधन भी सीख सकेंगें इससे युवाओं को सैन्य संगठनों में रोजगार प्राप्त करने में आसानी होगी।
शिक्षा मत्रांलय विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने सभी विश्वविद्यालयों को एनसीसी को एक सामान्य क्रेडिट कोर्स के रूप में शामिल करने के निर्देश दिए है।