ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के SSIMS HOSPITAL में मरीज की मौत को लेकर स्वजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया। स्वजनों का आरोप था कि उनका मरीज ठीक हो चुका था पर डाक्टरों की लापरवाही के चलते उसकी मौत हो गई। असल में सिम्स अस्पताल में कोरोना संक्रमित 30 वर्षीय श्याम पाण्डे का पिछले सात दिन से इलाज चल रहा था। उनके सेहत में सुधार हुआ रात को उन्होंने अपनी भाभी गीता पाण्डे से वीडियो कॉल पर बात की तो स्वास्थ्य लाभ बताया।
गीता पांडे ने बताया कि श्याम से फिर से बात हुई तो उसने बताया कि उसे सांस लेने में परेशानी हो रही है। तब डाक्टर उसे आइसीयू में ले गए और हाइफ्लो ऑक्सीजन लगा दी तब तक सबकुछ ठीक था पर सुबह आठ बजे सूचना मिली कि श्याम की मौत हो गई। रात एक बजे वह ठीक था और सुबह पता चला कि मौत हो गई आखिर इस बीच उन्हें क्योंकि नहीं बताया कि उसकी तबियत बिगड़ रही है।
इसका मतलब है कि डाक्टरों ने उस पर कोई ध्यान नहीं दिया और लापरवाही बरती इसलिए अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई जरुरी है। इन्हीं बातों को लेकर गीता पाण्डें ने अपने पत्रकार साथियोंके साथ सिम्स अस्पताल के बाहर धरना दे दिया। इस बीच एक महिला की भी इलाज के दौरान मौत हुई तो उसके अटेंडेंटो ने भी लापरवाही का आरोप लगाया। करीब दो घंटे तक धरना चलता रहा तब एसडीएम अनिल बनवारिया और तहसीलदार कुलदीप वहां पर पहुंचे और धरना दे रही गीता पाण्डे से बात की और उन्हें समझाया जिसके बाद गीता ने इस बात धरना समाप्त कर दिया मामले की जांच की जाएगी और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
वर्जन-
किसी अपने के खोने का दुख तो सभी को होता है। स्वजनों ने कुछ समय के लिए धरना देकर आरोप प्रत्यारोप लगाए पर वह सही नहीं है। क्योंकि मरीज को बेहतर इलाज दिया, रेमडेसिविर भी लगाया और उसकी हालत मे भी सुधार था पर अचानक से रात को मौत हो गई।
अमित चौहान, उप अधीक्षक सिम्स अस्पताल