पिछले कुछ दिनों में फेफड़े यानी छाती का महत्व सभी को समझ में आ गया है। जिंदा रहने के लिए यह बहुत जरूरी है क्या फेफड़े पूरी तरह से स्वस्थ हों। ज्यादातर लोग इस बात की चिंता करते हैं कि उन्हें किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या ना हो लेकिन कभी-कभी छाती में वाइब्रेशन यानी कंपन महसूस होता है। सवाल यह है कि क्या यह कोई बीमारी है या फिर किसी बीमारी का संकेत। आइए जानते हैं:-
हमारे शरीर का रक्षा तंत्र - Defence mechanism of our body
हमारे शरीर के प्रत्येक ऑर्गन में में एक डिफेंस मैकेनिज्म भी होता है जैसे-सिर के ऊपर बालों का पाया जाना, आंखों के ऊपर पलक और आइब्रोज का पाया जाना, नाक में बाल का पाया जाना, कान में वैक्स और हल्के बालों का पाया जाना, उंगलियों के सिरों पर नाखूनों का पाया जाना। यह सब हमारे डिफेंस मेकैनिज्म का ही हिस्सा है। इसी कड़ी में हमारे श्वसन में हमारे श्वसन तंत्र (Respiratory system, रेस्पिरेट्री सिस्टम) में भी कुछ डिफेंस मैकेनिज्म पाए जाते हैं जैसे:- छिंकना , खाँसना, हिचकी लेना, उबासी आना और छाती में कंपन आदि।
छाती में वाइब्रेशन का कारण - Reason behind the Vibration in chest
जब हमें साधारण सर्दी, जुखाम (Cold and cough) होता है तो हमारे फफड़ों (lungs) में कुछ मात्रा में Sputum या बलगम एकत्रित हो जाता है और इसे बाहर निकालने के लिए शरीर को थोड़ा सा एक्स्ट्रा एफर्ट लगाना पड़ता है। यह जब तक हमारे फेफड़ों और श्वास नली में चिपका रहता है तब तक सांस लेने की स्थिति में कभी-कभी कंपन या वाइब्रेशन होता है।
फेफड़ों की स्थिति - Position of lungs
हमारे lungs या फेफड़े, छाती (Chest, Thorasic Cavity) में स्थित गुब्बारे के समान रचनाएं होती हैं जोकि oxygen को अंदर लेने और carbon-dioxide को बाहर निकालने का काम करते हैं। Lungs के पीछे की ओर कशेरुक दंड (Spinal chord, Vertebral column) आगे की तरफ उरास्थि (Sternum), साइड में पसलियां (Ribs) और नीचे की तरफ तंतुपट (Diaphram) स्थित होता है। मतलब हमारे lungs चारों तरफ से एक कठोर आवरण में बंद होते हैं।
जब Cough, Cold की स्थिति होती है तो इस स्थान पर बलगम या Sputum Or Cough एकत्रित हो जाता है और इसे बाहर निकालने के लिए चारों तरफ से प्रेशर लगता है। जिसे ज्वारीय बल (Tidal Pressure) कहते हैं। जिसके कारण छाती में कंपन या वाइब्रेशन होता है।