भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मात्र 3 साल की मासूम बच्ची को ब्लैक फंगस का मामला सामने आया है। जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के बीच बच्ची को हमीदिया अस्पताल में भर्ती किया गया है। यह बच्ची COVID-19 से संक्रमित नहीं हुई थी। डॉक्टरों के पास ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है। भर्ती होने के बाद सैंपल जांच के लिए भेजा गया है।
डायबिटीज से पीड़ित है 3 साल की मासूम बच्ची
हमीदिया अस्पताल के नाक, कान एवं गला विभाग में सह प्राध्यापक डॉ. यशवीर जेके ने बताया कि मरीज कभी कोरोना से संक्रमित नहीं हुई है, लेकिन बचपन से टाइप-1 डायबिटीज से पीड़ित है। उन्होंने बताया कि बच्ची के जबड़े और आंखों में सूजन और लालपन है। लिहाजा, इस बात की बहुत ज्यादा आशंका है कि वह म्यूकरमाइकोसिस से पीड़ित होगी। उन्होंने बताया कि इंडोस्कोपी से फिलहाज जांच की गई है, जिसमें बीमारी के लक्षण दिख रहे हैं।
इंजेक्शन की जगह टेबलेट दे रहे थे, वह भी खत्म हो गई
हमीदिया अस्पताल के डी-ब्लाक में भर्ती म्यूकरमाइकोसिस के मरीजों को बुधवार सुबह इलाज के लिए जरूरी दवा पोसाकोनाजोल नहीं मिल पाई। मरीज और उनके स्वजन परेशान होते रहे। इंजेक्शन पर्याप्त नहीं मिल पाने की वजह से मरीजों को टेबलेट दी जा रही है। इस संबंध में हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. लोकेन्द्र दवे ने कहा कि शाम को टेबलेट आ गई हैं।
ब्लैक फंगस से एक मरीज की मौत, 11 नए मरीजों को किया भर्ती
हमीदिया अस्पताल में म्यूकरमाइकोसिस से बुधवार को एक मरीज की मौत हो गई है। मरीज की सर्जरी भी की जा चुकी थी। मरीज की हालत कोरोना संक्रमण के बाद से ही गंभीर थी। बुधवार को हमीदिया अस्पताल में इस बीमारी के 11 मरीजों को भर्ती किया गया है। अब यहां कुल 118 मरीज भर्ती हैं।
मध्यप्रदेश में ब्लैक फंगस मरीजों की संख्या
प्रदेश में म्यूकरमाइकोसिस के सक्रिय केस- 1001
भोपाल में सक्रिय केस - 303
भोपाल में अब तक मिले मरीज - 460