भोपाल। मध्य प्रदेश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र दैनिक भास्कर द्वारा प्रकाशित किए गए कोरोनावायरस की टेस्टिंग में फर्जीवाड़े के मामले में भोपाल कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने अपना पक्ष प्रस्तुत किया है। उनका कहना है कि यह फर्जीवाड़ा नहीं है बल्कि पहचान की सुविधा के लिए रिकॉर्ड को इस तरीके से संधारित किया गया था।
कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि भोपाल में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए गहन सैम्पलिंग अभियान चलाया जाकर एवं लॉकडाउन के चरणबद्ध तरीके से खोले जाने पर यातायात (रेलवे स्टेशन,/बस स्टेण्ड) के माध्यमों में बाहर से आने व जाने वाले लोगो की सैम्पलिंग आवश्यक होती थी।
इस कारण जिला प्रशासन ने रेलवे स्टेशन पर आने एवं जाने वाले यात्रियों की सैम्पलिंग बढ़ाई एवं उस समय अधिक यात्रियों के आने जाने, एक परिवार के एक साथ यात्रा के लिए जाने, परिजनों के यात्रियों को छोड़े जाने, परिवार के एक ही व्यक्ति का ऑन रिकार्ड मोबाईल नम्बर दिया जाना स्वाभाविक रहा है।
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