भोपाल। शताब्दी और राजधानी श्रेणी की प्रीमियम ट्रेनों में अब यात्रियों को पूरी तरह पेपरलेस टिकटिंग की व्यवस्था शुरू की जा रही है। इसकी शुरुआत 15 जुलाई से करने के लिए रेलवे ने आईटी का सहयोग करने वाले क्रिस को सॉफ्टवेयर में परिवर्तन करने को कहा है।
वहीं अगले चरण में तत्काल कोटे के टिकट को कैंसिल करने पर 40 से 50 फीसदी तक राशि वापसी की प्रक्रिया के लिए डाटा एनालिसिस का काम रेलवे ने शुरू कर दिया है। सीनियर डीसीएम विजय प्रकाश का कहना है कि पेपरलैस टिकटिंग की सुविधा की शुरुआत पहले चरण में की जा रही है। जहां तक तत्काल कोटे के टिकट के रिफंड का मामला है, पॉलिसी पर काम चल रहा है। रेलवे इस साल को पर्यावरण संरक्षण वर्ष के रूप में मना रहा है। इसी के चलते राजधानी व शताब्दी जैसी प्रीमियम श्रेणी की गाड़ियों की टिकट रिजर्वेशन काउंटरों से भी बुक करने वाले यात्रियों को टिकट मोबाइल पर उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
इससे रेलवे को भोपाल व हबीबगंज रिजर्वेशन ऑफिस पर ही 50 टन से ज्यादा प्रति वर्ष कागज की बचत होने लगेगी। साथ ही खाली रहने वाली सीटों को टीटीई भी हैंड हेल्ड डिवाइस के माध्यम से यात्री को मोबाइल पर उपलब्ध करवा देगा। राजधानी व शताब्दी से शुरुआत कर इस सिस्टम को साल के अंत तक 50% ट्रेनों में लागू करने की योजना रेलवे की है।