नोटबुक का यूज़ तो सभी लोगों ने किया है। स्कूल अथवा कॉलेज में नोटबुक का उपयोग सबसे ज्यादा किया जाता है। एग्जाम देते समय स्कूल एवं कॉलेज में जो आंसर शीट मिलती है वह भी नोटबुक जैसी ही होती है। इनमें एक खास बात यह होती है कि इनकी लेफ्ट साइड में वर्टिकल डबल लाइन होती है, इसे मार्जिन लाइन कहते हैं। सवाल यह है कि नोटबुक में मार्जिन लाइन क्यों होती है। आइए पता लगाते हैं:-
स्कूल-कॉलेज की नोटबुक में मार्जिन लाइन क्यों होती हैं
सबसे पहला उपयोग यह है कि स्कूल की उत्तर पुस्तिका में मार्जिन लाइन के माध्यम से आरक्षित किए गए हिस्से का उपयोग स्पेशल नोट के लिए किया जाता है।
दूसरा, जब मार्जिन लाइन को अनिवार्य किया गया तब स्टैपलर्स नहीं थे, कॉपी को धागे से बांधा जाता था। अक्सर टूट जाता था और उसे फिर से बांधा जाता था। स्वाभाविक है इस प्रक्रिया में किनारे का कागज खराब हो जाता है लेकिन दस्तावेज बेकार ना हो इसलिए मार्जिन छोड़ा जाता था।
ऑफिस के कागजों में भी मार्जिन लाइन होती है
कागज में मार्जिन लाइन केवल स्कूल कॉलेज की नोटबुक में नहीं होती बल्कि सरकारी और गैर सरकारी दस्तावेजों में भी होती है। इसी मार्जिन के कारण किसी भी दस्तावेज को फाइल करने की सुविधा मिलती है। यदि कागज की शुरुआत से उस पर छपाई या लिखाई शुरू कर दी जाए तो फिर उसे फाइल नहीं कर पाएंगे। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article
मजेदार जानकारियों से भरे कुछ लेख जो पसंद किए जा रहे हैं
(current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,)