ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में लॉकडाउन में 3 दिन में 2 मर्डर करके एक बदमाश खुद को डॉन समझने लगा। वह अमिताभ बच्चन की फिल्म डॉन के डॉयलाग- डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है... दोहरा कर पुलिस को चैलेंज भी कर रहा था। पकड़ा गया, आरोपी राकेश वाल्मीकि खुद को डॉन कहलवाना पसंद करता है। उस पर हत्या के दो, हत्या के प्रयास के 4, लूट के 2, चोरी के 6, आर्म्स एक्ट के 4 मामलों सहित 20 से ज्यादा अपराध दर्ज हैं।
पुलिस को उस पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित करना पड़ा। वह बुधवार को फिर किसी वारदात को अंजाम देने आया था। इससे पहले ही क्राइम ब्रांच ने उसे दबोच लिया। आरोपी के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, चोरी के 20 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। क्राइम ब्रांच थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर पप्पू यादव को सूचना मिली थी कि अप्रैल में पनिहार और माधवगंज में तीन दिन में दो हत्याओं को अंजाम देने वाला हिस्ट्रीशीटर राकेश वाल्मीकि निवासी गुड़ा गुड़ी का नाका, शहर में फिर किसी वारदात को अंजाम देने आ रहा है। इस पर उन्होंने क्राइम ब्रांच DSP विजय सिंह को सूचना दी। साथ ही, अपनी टीम के साथ बदमाश की घेराबंदी की।
पुलिस ने बदमाश को उसके घर के पास से घेराबंदी कर हिरासत में ले लिया। उसके पास से 315 बोर का एक कट्टा, दो कारतूस बरामद हुए। पकड़े जाने के बाद उसे क्राइम ब्रांच थाना लाकर पूछताछ की, तो उसने दो हत्या करना कुबूल किया। फिलहाल उससे शहर की अन्य वारदातों के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
राकेश वाल्मीकि ने 14 अप्रैल 2021 को पनिहार के शालू पुरा इलाके में गोपाल कुशवाह से विवाद के बाद गोली मारकर हत्या की थी। इस हत्या के बाद उस पर 5 हजार रुपए का इनाम भी घोषित हो गया था। अभी पुलिस उसे तलाश रही थी कि उसने तीन दिन बाद 17 अप्रैल 2021 को माधवगंज गुढ़ा तलैया के पास कर्फ्यू में घर के बाहर बैठे दिव्यांग विनोद कुमार कुशवाह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या से पहले उसने दिव्यांग और ताश खेल रहे उसके साथियों से पैसे और सामान लूटने का प्रयास किया था। विरोध करने पर गोली मारकर हत्या कर दी।