ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के हुराबली क्षेत्र में पति से हुए विवाद के बाद रजनी बरैया ने रविवार की आधी रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। एक घंटे पहले भाई रजनी से मिलकर गया था। भाई का आरोप है कि उस समय भी बहन-बहनोई के बीच पुरानी बातों को लेकर विवाद हो रहा था।
रजनी के शव का अंतिम संस्कार करने को लेकर भी डेड हाउस पर ससुराल व मायके पक्ष के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हुई। सिरौल थाना पुलिस ने रजनी के शव पीएम के बाद मायके पक्ष को सौप दिया। हुराबली में निवास करने वाले राकेश बरैया की शादी मुरार निवासी रजनी के साथ हुई थी। दो बच्चे हैं। बड़े बेटा 10 साल का व छोटा बेटा 8 साल का है। शादी के बाद से पति-पत्नी के बीच नहीं बन रही थी। दंपति के बीच का विवाद कुटुंब न्यायालय में पहुंचा था। उसके बाद दोनों के बीच सुलह हो गई। और रजनी बच्चों के साथ ससुराल आ गई। इसके बाद फिर विवाद होने पर पंयायत हुई। पंचायत में ससुरालियों ने रजनी और उसके बच्चों को ठीक ढंग से रखने का भरोसा दिलाया।
रविवार की रात को ससुरालियों ने सिरौल थाना पुलिस को सूचना दी कि रजनी ने स्वयं को कमरे में बंद कर लिया है। और दरवाजा नहीं खुल रही है। दुपट्टा लटका नजर आ रहा है। सिरौल थाना प्रभारी प्रीति भार्गव तत्काल मौके पर पहुंच गईं। पुलिस ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा तोड़कर पुलिस कमरे में दाखिल हुए। पुलिस को रजनी का शव दुपट्टे से फांसी पर लटका मिला। पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद शव को पीएम के लिए भेज दिया।
रविवार की रात को मृतका का भाई भी मिलने के लिए आया था। लगभग डेढ़ घंटे रूका है। 10 बजे के लगभग भाई घर से गया है, रात 12 बजे के लगभग रजनी ने फांसी लगा ली। भाई का कहना है कि पुरानी बातों को लेकर दोनों के बीच विवाद हो रहा था। उसे नहीं मालूम था कि यह विवाद इतना गंभीर रूप धारण कर लेगा। सिरौल थाना प्रभारी प्रीति भार्गव ने बताया कि मायके पक्ष ने शव का अंतिम संस्कार करने का दावा किया था। इसलिए वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर शव को भाई के सुपुर्द किया जा रहा है। विवाहिता के आत्महत्या करने के वास्तविक कारण पता लगाने के लिए जांच की जा रही।