इंदौर। capital share research advisory company के संचालक पंकज खानचंदानी की गिरफ्तारी के बाद उसके लिए काम करने वाले लोगों की गिरफ्तारी शुरू हो गई है। इसी क्रम में SAF प्रथम बटालियन के दो सिपाही महेंद्र श्रीवास्तव एवं योगेश को गिरफ्तार किया गया है। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने अपने ही डिपार्टमेंट के 9 जवानों को मिसगाइड करके कैपिटल शेयर रिसर्च एडवाइजरी कंपनी के माध्यम से ठगी का शिकार बनवाया।
पंकज खानचंदानी की गिरफ्तारी के बाद शिकायतों की संख्या बढ़ी
इंदौर एसपी आशुतोष बागरी ने बताया, आरोपी पंकज खानचंदानी ने रुपए दोगुने करने के नाम पर सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी की है। आरोपी पंकज खानचंदानी वर्ष 2018 से इंदौर में कैपिटल शेयर रिसर्च नाम से एडवाइजरी कंपनी संचालित करता था। आरोपी पंकज ने इंदौर, उज्जैन, खरगोन व अन्य जिलों में भी रुपए दोगुने करने के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी की है। विजय नगर थाना प्रभारी तहजीब काजी ने बताया कि आरोपी ने कई इलाकों में अब तक करोड़ों की ठगी की है। शुरुआती दौर में जानकारी सामने आई है कि अब तक 6 से 7 करोड़ की ठगी यह कर चुके हैं। गिरफ्तारी के बाद शिकायतकर्ता सामने आ रहे हैं।
SAF के सिपाहियों को लोन दिला कर छप्पन लाख की ठगी की
इंदौर पुलिस के अनुसार इस मामले में अलग बात यह है कि पंकज खानचंदानी ने इंदौर कोर्ट में पदस्थ सिपाही महेंद्र श्रीवास्तव को अपने साथ शामिल किया। महेंद्र ने अपने 9 साथियों को पंकज खानचंदानी से मिलवाया। पंकज ने उन्हें कम से कम 15% रिटर्न दिलाने का वादा किया। सिपाहियों के पास पैसे नहीं थे, इसके लिए पंकज खानचंदानी ने सिपाहियों को छप्पन लाख रुपए का लोन दिलवाया और पूरा पैसा हड़प लिया। अखबार में पंकज खानचंदानी की गिरफ्तारी की खबर और फोटो देखने के बाद, सभी फरियादियों ने विजयनगर थाने में आपबीती सुनाई। इसके बाद आरोपी के खिलाफ आवेदन दिया। इस आधार पर विजयनगर पुलिस ने आरोपी पर एक और धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
उज्जैन में अतिथि शिक्षिका से की थी 50 लाख रुपए की धोखाधड़ी
अलखनंदानगर निवासी अतिथि शिक्षिका विनीता चौहान के साथ 5000000 रुपए की धोखाधड़ी का मामला आया है। विनीता चौहान ने नानाखेड़ा पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया था परंतु आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। शिकायत में बताया गया कि सुखलिया इंदौर निवासी पंकज खानचंदानी और सनावद निवासी महेंद्र गोस्वामी इंदौर में कैपिटल शेयर रिसर्च नाम से एडवाइजरी कंपनी संचालित करते थे। उन्होंने उज्जैन निवासी शिक्षिका विनीता चौहान से 11 महीने में शेयर मार्केट में अच्छी कमाई का लालच देकर 50 लाख रुपए ले लिए।
SBI में FD कराने आए वरिष्ठ नागरिकों को शिकार बनाते थे
पकड़े गए आरोपियों का एक और साथी पियूष चौरसिया जो कि सागर का रहने वाला है, 2015 में वह इंदौर आया था। एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस का एजेंट के तौर पर काम कर रहा था। इसी कारण पीयूष बैंक में बैठा रहता था। वह ऐसे सीनियर सिटीजन को निशाना बनाता था। जो बैंक में रुपए की एफडी कराने आते थे, उन सीनियर सिटीजन को हर महीने 15% रिटर्न करने का लालच देकर फर्जी कंपनी में रुपए निवेश करवाता था।
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