इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में बिना रीडिंग के मनमाने बिजली के बिलों की बढ़ती शिकायतों पर बिजली कंपनी ने संज्ञान लेते हुए इस बारे में कदम उठाना शुरू किया है। कंपनी के जिम्मेदारों को निर्देश दिए गए हैं कि बिना फोटो के बिजली के मीटर की रीडिंग अब नहींं चलेगी। बिजली कंपनी के उर्जस एप पर क्यूआर कोड से मीटर रीडिंग अपलोड करना ही होगी। बिजली कंपनी के एमडी अमित तोमर ने मंगलवार को इंदौर-उज्जैन के सभी 15 जिलों के अधिकारियों को यह निर्देश दिए हैं।
कंपनी की आईटी शाखा ने क्यूआर कोड से मीटर रीडिंग की अच्छी व्यवस्था की है। इस तकनीक से वर्तमान में 10 लाख घरों, परिसरों की रीडिंग हो रही है। शेष बचे हुए मीटरों पर भी क्यू आर कोड का स्टीकर लगाया जाएगा। इससे बिल और रीडिंग को लेकर उपभोक्ता की शिकायतें कम हो सकेगी। तोमर ने पश्चिम क्षेत्र विद्युुत वितरण कंपनी के पोलोग्राउंड स्थित मुख्यालय पर मंगलवार को 15 जिलों के प्रभारी इंजीनियरों-अधिकारियों की वीडियो कांफ्रेंंसिंग के माध्यम से बैठक ली। एमडी ने निर्देश दिए कि मीटर रीडिंग गुणवत्तापूर्ण हो। बिलों पर मीटरों के फोटो बहुत स्पष्ट हो।
हर जोन के जूनियर इंजीनियर अपने क्षेत्र के मीटर रीडिंग रिकार्ड में फोटो की स्पष्टता जांचे। यदि रीडिर की लापरवाही नजर आती है तो उसे तुरंत ठीक करवाया जाए। जो रीडर लापरवाही बरतेंगे उन पर कार्रवाई होगी। एमडी ने कहा कि सही रीडिंग से उपभोक्ता की संतुष्टी बढ़ेगी। बिल पर रीडिंग का सही फोट व सही जानकारी होगी व सटीक बिल होगा तो बिल भुगतान के लिए उपभोक्ता प्रोत्साहित भी होगा।
एमडी ने बिजली कंपनी का राजस्व बढ़ाने को लेकर भी निर्देश दिया है। जून में कंपनी को दोनों संभागों में कम से कम 25 लाख बिजली उपभोक्ताओं से बिल राशि वसूलने के निर्देश दिए गए है। एमडी ने कहा कि दो माह में संक्रमण के दौरान लाखों उपभोक्ताओं ने बिल नहीं भरा। अब उनसे संपर्क कर बीते माह के बिलों की राशि भी ली जाएगी। ताकि उन पर बिल का भार सतत न बढ़े। इंजीनियरों को निर्देश दिए हैं कि घरेलू आपूर्ति 24 घंटे की हो।