जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर मेडिकल कॉलेज में भी ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों को एंफोटेरिसन-बी इंजेक्शन का रिएक्शन होने की बात सामने आई है। मेडिकल कॉलेज के वार्ड नंबर पांच और 20 में भर्ती 60 मरीजों को इंजेक्शन लगने के 10 मिनट बाद तेज कंपकंपी, बुखार, उलटी और घबराहट होने लगी।
गनीमत ये रही कि दो वार्डो में भर्ती इतने ही मरीजों को इंजेक्शन नहीं दिया गया था। एक घंटे तक दोनों वार्डों में अफरा-तफरी मची रही। इंदौर और सागर की खबर से सतर्क एक डॉक्टर ने पहले ही अस्पताल के डॉक्टरों को सूचित कर दिया। इसके बाद 20 नर्सों को बुला लिया गया। एक घंटे में सभी को एंटी रिएक्शन इंजेक्शन और दवाएं दी गईं। इसके बाद मरीजों को आराम हुआ। अब सभी ठीक हैं।
मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस के लगभग 126 मरीज हैं। मेडिकल के वार्ड क्रमांक 5 और 20 सहित कुल चार वार्डों में इन्हें भर्ती किया गया है। रविवार शाम को इन मरीजों को एंफोटेरिसन-बी का इंजेक्शन लगाया जा रहा था। वार्ड नंबर पांच व 20 में 60 मरीजों को लगा दिया गया था। 10 मिनट बाद ही रिएक्शन शुरू हाे गया। मरीजों को तेज कंपकंपी के साथ बुखार आ गया। कुछ को उलटी होने लगी तो कुछ को घबराहट होने लगी। 60 में 50 मरीजों को ही रिएक्शन हुआ था। दोनों वार्डों में अफरा-तफरी मच गई थी।
मेडिकल कॉलेज जबलपुर में लगभग 50 मरीजों को रविवार को इसका कुछ रिएक्शन हुआ। कुछ को ठंड लगी, कुछ को कंपकंपी लगी, कुछ को घबराहट हुई। इसका तुरंत इलाज किया गया। वर्तमान में सभी मरीज ठीक हैं। इंजेक्शन पर तुरन्त रोक लगा दी गई है।
डॉ प्रदीप कसार, अधिष्ठाता नेताजी सुभाष चन्द्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर