भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश, भोपाल द्वारा आयोजित होने वाली कक्षा 12 हायर सेकेंडरी स्कूल वार्षिक परीक्षा के मूल्यांकन के मामले में अपने फैसले में संशोधन कर लिया है। पहले उन्होंने कहा था कि मूल्यांकन के तरीके का फैसला मंत्रियों का समूह करेगा लेकिन अब इसमें संशोधन किया गया है।
स्कूल एवं कॉलेजों की परीक्षाओं के संदर्भ में बुलाई गई मीटिंग को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश की 12वीं बोर्ड की परीक्षाएँ नहीं होंगी, परन्तु जो विद्यार्थी चाहेंगे बाद में परीक्षा दे सकेंगे। आंतरिक मूल्यांकन का काम वैज्ञानिक पद्धति से होगा तथा मंत्रियों का समूह विषय विशेषज्ञों से चर्चा कर इसकी प्रक्रिया के संबंध में निर्णय लेगा। इससे पहले मूल्यांकन की प्रक्रिया में शिक्षाविदों एवं विषय की विशेषज्ञों का जिक्र नहीं था।
बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री अनुपम राजन, प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा आदि उपस्थित थे। बैठक में तकनीकी शिक्षा मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया तथा स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) श्री इन्दर सिंह परमार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शामिल हुए।