भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के डीआईजी इरशाद वली ने प्रेस को सूचना दी है कि मध्य प्रदेश में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को फर्जी प्रमोशन देने वाला गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले का मास्टरमाइंड इलाहाबाद उत्तर प्रदेश का एक युवक है जबकि मध्यप्रदेश में उसके इशारे पर काम करने वाला युवक अनूपपुर का रहने वाला है जो इन दिनों रीवा में रह रहा था।
घटना का विवरण
दिनांक 12/06/2021 को आवेदक महेन्द्र सिह द्विवेदी पूर्व संयुक्त निदेशक महिला एव बाल विकास द्वारा एक शिकायती आवेदन पत्र प्राप्त हुआ। आवेदन पत्र पर से पाया गया कि महेन्द्र सिह द्विवेदी संयुक्त निदेशक महिला एव बाल विकास मध्य प्रदेश के नाम से अज्ञात व्यक्ति द्वारा अनूपपुर जिले के कुछ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ एवं मध्य प्रदेश के अन्य क्षेत्र के विभिन्न आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ से संयुक्त निदेशक महिला एव बाल विकास कल्याण विभाग का बनकर प्रमोशन व ट्रासफर के नाम पर अवैध रूप से लाखों रूपए का लाभ प्राप्त किया गया है। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 421/21 धारा 419, 420 भादवि का दण्डनीय अपराध पाया जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया।
प्रकरण की विवेचना के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन मे गठित पुलिस टीम द्वारा विशेष तकनीकी सहयोग से अज्ञात आऱोपी जिसका नाम महेन्द्र कुमार तिवारी ग्राम बघेडी चाकघाट जिला रीवा को हिकमत अली से पकडा, जिससे घटना मे प्रयोग किए सिम के संबंध मे पूछताछ की गयी, जिसने बताया कि उक्त सिम मुझे अंकित मिश्रा ने दी एवं धोखाधडी कर प्राप्त किए गए रुपयो को मैने अंकित मिश्रा के अकाउंट मे डलवाए। जिसकी अपराध मे संलिप्तता पाए जाने से अंकित मिश्रा को नारी बारी चौक जिला इलाहाबाद उत्तरप्रेदश से पकडा। प्रकरण की विवेचना जारी है।
कैसे किया जा रहा था आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रमोशन का फर्जीवाड़ा
आरोपी महेन्द्र कुमार तिवारी द्वारा अपने आप को महेन्द्र द्विवेदी संयुक्त निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग का बताकर प्रदेश के अलग-अलग स्थानों की विभिन्न आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ से उनके मोबाइल फोन पर संपर्क कर व उनको सुपरवाईजर के पद पर पदोन्नति के नाम पर तैयार किए गए फार्म भेजता था तथा पदोन्नति व ट्रांसफर कराने के नाम पर धोखाधडी से अपने खाते मे पैसे न डलवाकर अन्य दूसरे किसी व्यक्ति के खाते मे पैसे डलवाकर व अन्य लोगों की आईडी कार्ड पर सिम उठाकर अपराध मे उन नंबरों का उपयोग कर लाभ प्राप्त करता था। आरोपी महेन्द्र कुमार तिवारी द्वारा 15-20 दिन मे अपनी सिम और मोबाइल फोन तथा अपनी लोकेशन बदलता रहता था।
छत्तीसगढ़ में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से एक करोड़ की ठगी कर चुका है
डीआईजी भोपाल ने बताया कि पूर्व मे भी आरोपी महेन्द्र कुमार तिवारी द्वारा बालौदा बाजार छत्तीसगढ मे अशोक पाण्डे नाम का व्यक्ति बनकर महिला एव बाल विकास कार्यकर्ताओ से करीबन 1 करोड रूपए के ठगी की है। छत्तीसगढ मे इसके विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध है। जिनमे आरोपी महेन्द्र कुमार तिवारी छद्म नाम अशोक पाण्डे फरार था। जिसकी सूचना छत्तीसगढ पुलिस को दे दी गयी है।
गिरफ्तार आरोपीगण-
1- महेन्द्र कुमार तिवारी पिता शेषमणि तिवारी उम्र 31 साल निवासी ग्राम कमरान टोला उडतान कोतमा अनूपपुर हाल. कुजबिहारी का मकान ग्राम बघेडी चाकघाट रीवा मध्य प्रदेश।
2- अंकित मिश्रा पिता सुधाकर मिश्रा उम्र 21 साल निवासी झझरा चौबे पोस्ट नारीवारी थाना शकरगंढ जिला इलाहाबाद उत्तरप्रेदश।
जप्त मशरूका- 1- आगनबाडी कार्यकर्ताओ से पदोन्नति व ट्रासफर के नाम पर ठगी कर छलपूर्वक प्राप्त किए गए 3,00,000 रूपए की नगदी।
2- आऱोपी महेन्द्र कुमार तिवारी के कब्जे से एक लेपटाप ए 03 मोबाइल फोन व 04 सिम जिनका उपयोग अपराध मे करता था।
3- आरोपी के कब्जे से फर्जी आधारकार्ड व सुपरवाईजर के पद पर पदोन्नति के लिए जारी किए गयी फर्जी आवेदन फार्म ।
कार्रवाई करने वाली पुलिस टीम
1. निरीक्षक राकेश श्रीवास्तव थाना प्रभारी हबीबगंज
2. सब इंस्पेक्टर अमित भदौरिया (इस मामले में इन्वेस्टिगेशन ऑफीसर)
3. सब इंस्पेक्टर विवेक शर्मा
4. सब इंस्पेक्टर नागेन्द्र शुक्ला
5. सउनि ओमपाल यादव
6. प्रआर दुर्विजय सिंह
7. आर ऋषि राय
8. आर पवन कडपेती।
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