भोपाल। कोरोनावायरस संक्रमण की संभावना की दृष्टि से मध्य प्रदेश के 8 जिले पूरी तरह से सुरक्षित है लेकिन 7 जिले गंभीर खतरे में हैं। संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं मध्यप्रदेश द्वारा जारी कोरोनावायरस मीडिया बुलेटिन के अनुसार 7 जिले ऐसे हैं जहां संक्रमित नागरिकों की संख्या 500 से अधिक है और 8 जिले ऐसे हैं जहां संक्रमित नागरिकों की संख्या 50 से कम है।
मध्य प्रदेश के इंदौर में 3028, भोपाल 3988, जबलपुर 1059, ग्वालियर 678, रतलाम 676, सागर 565 और दमोह में 588 एक्टिव केस हैं। इनमें से कुछ अस्पतालों में हैं और कुछ होम आइसोलेशन में है। बताने की जरूरत नहीं की जो संख्या दिखाई दे रही है वह केवल बीमार मनुष्यों की संख्या नहीं है बल्कि उनके अंदर मौजूद कोरोनावायरस की संख्या है। इन जिलों में मरीजों अथवा उनके परिजनों द्वारा की गई एक छोटी सी लापरवाही पूरे जिले के लिए सिरदर्द बन सकती है। इसलिए उपरोक्त 7 जिले संक्रमण की दृष्टि से खतरे में है।
मध्य प्रदेश के 8 जिले सुरक्षित
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर, भिंड, अलीराजपुर, खंडवा, डिंडोरी, मंडला, पन्ना और कटनी में एक्टिव केस की संख्या 50 से कम है। यानी कहा जा सकता है कि इन क्षेत्रों में चिकित्सा एवं प्रशासनिक प्रबंधन अच्छा है और नागरिकों में तुलनात्मक रूप से ज्यादा जागरूकता है। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और सभी जिले सुरक्षित है। इन जिलों में केवल पड़ोसी अथवा बाहरी जिलों से संक्रमण आने का खतरा है।
मध्य प्रदेश के कुल 52 में से शेष बचे 37 जिले ऐसे हैं जहां वायरस नियंत्रण में है परंतु ना तो कमजोर हुआ है और ना ही खत्म हुआ है। इनमें से कुछ जिले ऐसे हैं जहां संक्रमित नागरिकों की संख्या कभी कम और कभी ज्यादा हो रही है। इन सभी जिलों में प्रोटोकॉल का पालन करवाने के लिए प्रशासन को भीड़भाड़ वाले इलाकों में सिटी मजिस्ट्रेट की पेट्रोलिंग एवं पुलिस की गश्त करवाना जरूरी है।