भोपाल। मध्य प्रदेश मंत्री परिषद की बैठक में परीक्षाओं को लेकर चर्चा तो हुई लेकिन कोई फैसला नहीं हुआ। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में 12वीं हायर सेकेंडरी स्कूल की वार्षिक परीक्षा और प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड एवं लोक सेवा आयोग मध्य प्रदेश की परीक्षाएं स्थगित चल रही है। उम्मीद की जा रही थी कि कैबिनेट में प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर कोई फैसला हो जाएगा।
कैबिनेट में 12वीं की परीक्षा और पढ़ाई को लेकर भी चर्चा हुई
कैबिनेट मीटिंग में एमपी बोर्ड द्वारा आयोजित 12वीं हायर सेकेंडरी स्कूल परीक्षा और आगामी शिक्षा सत्र में स्कूल एवं कॉलेज की पढ़ाई को लेकर भी चर्चा हुई। चर्चा के दौरान कोरोनावायरस की तीसरी लहर का जिक्र आया। अनुमान लगाया गया कि यदि तीसरी लहर आई तो स्कूल और कॉलेज बंद करने पड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल बंद होने से पढ़ाई ना रुके, इसके लिए मंत्री समूह अन्य विकल्प भी खोजे। स्कूल-कॉलेज खोलने और परीक्षाओं के लिए बने मंत्री समूह से मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए शिक्षाविदों से सुझाव लें। इसके साथ ही पढ़ाई के लिए नई टेक्नोलॉजी के प्रयोग का खाका भी तैयार करें।
कॉलेज स्टूडेंट्स और प्रोफेसर प्रोटोकॉल का पालन करवाने जनता के बीच जाएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों और प्राध्यापकों को कोविड अनुकूल व्यवहार के संबंध में मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षित विद्यार्थी और प्राध्यापक अपने-अपने क्षेत्र में 50 से 100 नागरिकों को अलग-अलग माध्यमों से कोविड अनुकूल व्यवहार और टीकाकरण के बारे में जागरूक करेंगे। इस कार्यक्रम से एनएसएस और एनसीसी के स्वयं सेवक भी जुड़ेंगे।