भोपाल। मध्य प्रदेश में आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मूंग खरीदी की तारीख निर्धारित की। नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने मंदसौर गोली कांड की बरसी पर सरकार को किसान विरोधी बताया। गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने दतिया में अखबार वितरकों का सम्मान किया। विधायक लक्ष्मण सिंह ने किसानों की जमीन हड़पने वालों को चेतावनी दी। विधायक जयवर्धन सिंह ने जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का समर्थन किया। कमलनाथ के मीडिया कोऑर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसा। जीतू पटवारी ने सिवनी मालवा में मिले गायों के कंकाल का मामला उठाया और राज्यसभा सदस्य विवेक तंखा ने सरबजीत सिंह मोखा के लापता मोबाइल के मामले में डीजीपी को टारगेट किया।
मूंग खरीदी की शुरुआत और चना खरीदी की लास्ट डेट 15 जून: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में मूंग की खरीदी 15 जून से प्रारंभ होगी और इसके लिए हमारे किसान भाई-बहन 8 जून से पंजीयन करा सकेंगे। हमने चने की खरीदी की अंतिम तिथि को भी बढ़ाकर 15 जून कर दिया है। प्रदेश के किसानों का हित एवं कल्याण ही मेरे जीवन का ध्येय है।
शिवराज सरकार आते ही किसानों का दमन, उत्पीड़न, शोषण शुरू: कमलनाथ
मंदसौर गोली कांड की बरसी के अवसर पर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में नक़ली खाद- बीज का व्यापार ज़ोरों पर। कही भुगतान नहीं मिलने से भटकता किसान, कही उपज बेचने को लेकर परेशान किसान। ऐसी तस्वीरे अब रोज़ सामने आ रही है। ख़रीदी केंद्रो पर किसान परेशान। ख़राब फ़सलो का मुआवज़ा नहीं। कांग्रेस सरकार की किसान क़र्ज़ माफ़ी योजना बंद। शिवराज सरकार आते ही प्रदेश में वापस किसानों का दमन, उत्पीड़न, शोषण शुरू। खाद-बीज-डीज़ल की मार से आय तो दोगुनी नहीं हुई लेकिन भाजपा सरकार ने लागत ज़रूर दोगुनी कर दी।
गृह मंत्री ने अख़बार वितरकों का सम्मान किया
गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने समाचार पत्र वितरकों का सम्मान करते हुए कहा कि कोरोना आपदा में अख़बार वितरकों की भूमिका #FrontlineWarriors से कम नहीं रही है। उन्होंने हर हाल में चुनौतियों का सामना कर निरंतर पाठकों के घर तक अखबार पहुंचाकर अपना धर्म निभाया है। अपने दायित्व और जनसेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को सलाम।
कुछ गिद्ध जैसे इंसानों की नजर किसानों की जमीन पर होती है: लक्ष्मण सिंह
कांग्रेस पार्टी के विधायक एवं वरिष्ठ नेता श्री लक्ष्मण सिंह ने कहा कि कुछ "गिद्ध" "कौओं" जैसे इंसानों की नज़र सीधे सच्चे किसानों की भूमि पर निरंतर लगी रहती है। वो अति लोभ के कारण यह भूल जाते हैं कि ऊपर वाला उन्हें देख रहा है। सावधान हो जाओ, किसान जाग गया है और प्रभु उनके साथ है, तुम जैसे लोभी लालचियों के साथ कभी नहीं।
सरकार को जूनियर डॉक्टरों के साथ विवाद खत्म करना चाहिए: जयवर्धन सिंह
कांग्रेस पार्टी के विधायक एवं पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि मप्र सरकार को अपना अहंकार का त्यागकर जूनियर डॉक्टरों से बात करनी चाहिये, ये वही लोग है जिन्होंने कोरोना महामारी में अपनी जान की परवाह करे बिना लोगों की दिन-रात सेवा की है। इनकी उचित मांगों को मानकर ये विवाद खत्म करना चाहिये ताकि लोगो को सही समय पर इलाज मिल सके।
विकास पुरुषों को इंदौर से ज्यादा महाराज की चिंता: नरेंद्र सलूजा
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की मीडिया कोऑर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा ने कहा कि इंदौर शहर में बंगाली चौराहा फ़्लाई ओवर का काम पिछले एक साल से अधिक समय से बाधित था क्योंकि मध्य में स्व.माधव राव सिंधिया की प्रतिमा आ रही थी। उनके पुत्र भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले ख़ुद आकर नई स्थापित जगह देख कर गये, फिर उन्होंने शिफ़्टिंग के लिये अनुमति दी ? तब जाकर आज एक साल बाद प्रतिमा शिफ़्ट हो सकी और शहर की बेहद ज़रूरत इस फ़्लाई ओवर का रुका काम अब शुरू हो सकेगा। अब सहारे पर टिकी प्रदेश सरकार,इस प्रतिमा के सहारे को कैसे हटाने की हिम्मत कर सकती थी ? तमाम शहर के विकास पुरुष भी पूरे एक साल तक मौन रहे,जनता की किसी ने चिंता नहीं की ?
मध्य प्रदेश की गौशाला में गायों के कंकाल मिले, जांच होनी चाहिए: जीतू पटवारी
पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने बताया कि सिवनी-मालवा (मप्र) की गौशाला में 06 गायों के आधे गड़े व कंकाल में बदल चुके शव मिले हैं। आशंका है कि लंबे समय से देखभाल नहीं हुई, इससे भूख-प्यास के कारण गौमाता की मौत हो गई। शिवराज सिंह चौहान जी, घटना बहुत ही पीड़ादायी है। सरकारी अनुदान की जांच व दोषियों को तत्काल कठोर दंड दीजिए।
पता नहीं ऐसे कृत्य के बाद आप लोगों को नींद कैसे आती: विवेक तंखा @ DGP
राज्यसभा सदस्य एवं सुप्रीम कोर्ट के धुरंधर वकील विवेक तंखा ने जबलपुर में नकली रेमदेसीविर इंजेक्शन मामले में गिरफ्तार सरबजीत सिंह मोखा के लापता मोबाइल के मामले में कहा कि यह चूक नहीं मिलीभगत है। मप्र पुलिस प्रदेश जनता को मूर्ख समझती है। उसमें कॉल डिटेल्ज़ उनके अधिकारियों और भाजपा लीडर्ज़ के ही तो मिलते। डीजीपी महोदय याद करिए IGP Rustamji का जमाना। कहां पहुँचा दिया फ़ोर्स के morale को। पता नहीं ऐसे कृत्य के बाद आप लोगों को नींद कैसे आती।