भोपाल। मुंबई से इंदौर मालवा निमाड़ की तरफ आ रहा मानसून रूठ गया है। उसने रास्ता बदल लिया और हरियाणा की तरफ चला गया। मालवा निमाड़ के किसान मुंबई वाले मानसून का रास्ता देख रहे हैं।
मध्यप्रदेश में भोपाल से लेकर सागर और जबलपुर से लेकर बालाघाट तक के क्षेत्र में मानसून के बादल पहली बारिश कर चुके हैं लेकिन मध्य प्रदेश के पश्चिम क्षेत्र यानी निर्माण से लेकर इंदौर मालवा तक आसमान साफ है। बादलों का नामोनिशान दिखाई नहीं दे रहा। वैज्ञानिकों ने 13 जून 2021 को मानसून के इंदौर पहुंचने की जानकारी दी थी लेकिन अब पता चल रहा है कि हवाओं के कारण बादलों ने रास्ता बदल लिया है।
मानसून वाले बादल कहां चले गए
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अरब सागर से मुंबई होते हुए मानसून को बड़वानी-बुरहानपुर के रास्ते इंदौर सहित पूरे मालवा-निमाड़ में आना था। हमेशा यही रूट रहता है। दो तूफानों के बाद हवा में बार-बार हुए बदलाव से यह स्थिति पलट गई। मानसून मुंबई से अरावली की पहाड़ियों से गुजरात के दाहोद, राजस्थान-मध्यप्रदेश की बॉर्डर से होते हुए हरियाणा पहुंच गया है। अब यूपी की ओर रूख कर रहा है। इसी कारण इंदौर सहित मालवा-निमाड़ में बारिश नहीं हो रही है।
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छत्तीसगढ़ के रास्ते आने वाले बादल भी इंदौर नहीं आए
दूसरा छत्तीसगढ़ तरफ से जबलपुर, छिंदवाड़ा, बालाघाट, भोपाल, सागर तक फैला मानसून इंदौर सहित मालवा पहुंचने में समय लग रहा है। रफ्तार धीमी पड़ गई है। लिहाजा दूसरे रास्ते से भी इंदौर को मानसून का इंतजार करना पड़ रहा है।
मध्य प्रदेश के इंदौर, खरगोन, बुरहानपुर, धार, आलीराजपुर, रतलाम, राजगढ़, ग्वालियर, श्योपुर जिले में औसत से 2 से 3 इंच तक कम पानी गिरा है। 32 से ज्यादा जिले ऐसे हैं, जिनमें औसत से 2 से 3 इंच तक बारिश ज्यादा हो चुकी है। इस तरह प्रदेश में ओवरऑल औसत से ज्यादा पानी गिरा है, लेकिन मालवा के ज्यादातर जिलों में अभी इंतजार कायम है।