जबलपुर। मध्य प्रदेश में STF जबलपुर की टीम ने नागपुर की महिला डॉक्टर संगीता पटेल को जबलपुर में गिरफ्तार किया है। महिला डॉक्टर पर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी आरोप है कि उसने जबलपुर के एक डॉक्टर नीरज साहू के साथ मिलकर महंगे कीमत पर इंजेक्शन बेचती थी। STF ने गिरोह का भंडाफोड़ 20 अप्रैल को ही कर लिया था, लेकिन इसकी कड़ी जुड़ती जा रही है।
STF एसपी नीरज सोनी ने बताया कि प्रदेश स्तर पर इंजेक्शन की कालाबाजारी की घटनाएं सामने आने के बाद एडीजी एसटीएफ विपिन कुमार माहेश्वरी ने अभियान चलाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। आरोपियों से पूछताछ में सामने आया था कि इस कालाबाजारी में जबलपुर निवासी डॉक्टर संगीता पटेल भी शामिल हैं। डॉक्टर पटेल की वर्तमान में नागपुर स्थित एक निजी अस्पताल में तैनाती है। वहीं से उन्होंने तीन इंजेक्शन नीरज साहू को उपलब्ध कराया गया था। इंजेक्शन के एवज में 18-18 हजार रुपए प्रति वायल की दर से डॉक्टर संगीता को भुगतान किया गया था। आरोपियों ने इसे अधिक कीमत पर बेचा था।
एसटीएफ ने डॉक्टर संगीता पटेल को गुरुवार को गिरफ्तार कर विशेष कोर्ट में पेश किया। कोर्ट से रिमांड पर लेकर इंजेक्शन के बावत पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि अस्पताल में मरीजों के लिए आने वाले इंजेक्शन में एक-दो वायल बचाकर वे इस तरह उसे बाजार में बेचते थे। इस कड़ी में अभी कुछ और नाम भी शामिल हो सकते हैं।
एसटीएफ ने 20 अप्रैल को गंगानगर गढ़ा निवासी सुधीर सोनी, यहीं के राहुल विश्वकर्मा, दीक्षितपुरा निवासी एवं संस्कारधानी हॉस्पिटल में कार्यरत राकेश मालवीय, दीक्षितपुरा निवासी एवं आशीष हाॅस्पिटल में कार्यरत डॉक्टर नीरज साहू और लाईफ मेडीसिटी हॉस्पिटल में कार्यरत डॉक्टर जितेंद्र सिंह ठाकुर को गिरफ्तार किया था। आरोपियों के पास से 4 रेमडेसिविर इंजेक्शन, 6 मोबाइल, 10 हजार 400 रुपए नकदी, कार एमपी 20 सीके 0830 को जब्त किया था।