जबलपुर। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में तेंदूखेड़ा थाना क्षेत्र में मासूम बालिका (8 वर्ष) के साथ दुराचार के बाद हत्या किए जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। मासूम का भूसे के ढेर मेें शव मिलने से परिजनों में चीत्कार मच गया और एकाएक क्षेत्र में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर पंचनामा की कार्यवाही की और शव को पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा। जहां डॉ. रामेश्वर पटेल, डॉ. नरेंद्र सिंह, डॉ. देवयानी पटेल की टीम ने एफएसएल जबलपुर की डॉ. सुनीता पटेल की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम किया। पीएम में दुराचार होने एवं मुंह-नाक बंद कर सांस अवरुद्ध करने से मौत होने की पुष्टि हुई।
जानकारी के अनुसार, तेंदूखेड़ा में वार्ड 9 में निवास करने वाले दंपति शनिवार दोपहर करीब 3 बजे टीका लगवाने गए थे। इस दौरान बड़ी बेटी पड़ोस के बच्चों के साथ खेल रही थी। करीब 1 घंटे बाद जब वह वापस आए तो उनकी बेटी नहीं मिली। आसपास पूछताछ में जब कुछ पता नहीं चला तो थाने में शिकायत दर्ज कराई। संवेदनशील मामले को लेकर पुलिस की टीम सक्रिय हुई तो रविवार सुबह 10 बजे पड़ोस में ही रहने वाले एक परिवार के भूसा रखने वाले मकान में बालिका का शव बरामद हुआ।
पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट में बालिका की सांस अवरुद्ध कर हत्या किए जाने तथा उसके साथ दुराचार की पुष्टि हुई है। संदेही आरोपी युवक की तलाश करने 5 टीमें गठित की गई है। युवक के संबंध में जानकारी देने वाले को 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया है।
-विपुल श्रीवास्तव, एसपी नरसिंहपुर
पुलिस के अनुसार, बच्चों ने पड़ोस में रहने वाले एक युवक को बालिका को कमरे में ले जाते हुए देखा था। जो बाद में कमरे को ताला लगाने के बाद दादी को चॉबी देकर गायब हो गया था। रविवार सुबह पुलिस की टीम ने जब फिर से उसी कमरे की तलाशी शुरू की और नगर परिषद के कुछ कर्मियों व स्थानीय लोगों की मदद से भूसे के ढेर को हटाना शुरू किया तो ढेर में करीब 5 फीट नीचे बालिका का शव दबा मिला। कलेक्टर वेदप्रकाश ने मृत बालिका के घर पहुंचकर उनके माता-पिता से मुलाकात की व घटना पर दुख जताते हुए आरोपी पर कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया।