vakri guru in 11th house in hindi
देव गुरु बृहस्पति दिनांक 20 जून 2021 से कुंभ राशि में वक्री हो रहे हैं। लगभग 90 दिन तक वक्री रहेंगे उसके बाद दिशा पलटकर मार्गी हो जाएंगे। इस अवधि में देव गुरु बृहस्पति सभी 12 राशियों को प्रभावित करेंगे। जन्मपत्रिका में बृहस्पति के शुभ एवं अशुभ के कारण नागरिकों पर प्रभाव बढ़ेगा लेकिन गोचर के कारण भी राशि के अनुसार नागरिक प्रभावित होंगे। पंडित एसके पांडे ने राशि के अनुसार लोगों पर क्या प्रभाव पड़ सकता है, इसका पूर्वानुमान निकाला है।मेष राशि पर वक्री देव गुरु बृहस्पति का प्रभाव
गुरु का ये परिवर्तन आपकी राशि से 11वें भाव यानि आय भाव में होगा। जिसके चलते सफलता के लिए काफी मेहनत करने के साथ ही सेहत का भी ख्याल रखना होगा। इस समय दांपत्य जीवन में परेशानियों के बीच धन की हानि भी हो सकती है। इस दौरान परिजनों के साथ समय बिताने के अलावा पैसा सोच समझकर ही खर्च करें।
वृषभ राशि पर वक्री देव गुरु बृहस्पति का प्रभाव
इस समय गुरु आपकी राशि से 10वें भाव यानि कर्म भाव में रहेंगे। यह समय व्यापार के लिए तो अच्छा है, लेकिन कोई नया कार्य शुरु करने से इस समय बचना चाहिए। आर्थिक पक्ष सामान्य रहने के बीच किसी भी कार्य में जल्दबाजी से बचें। साथ ही वाद- विवाद में न पड़ें।
मिथुन राशि पर वक्री देव गुरु बृहस्पति का प्रभाव
इस समय गुरु आपकी राशि से 9वें भाव यानि भाग्य भाव में रहेंगे। जिसके चलते आपको मिले-जुले परिणाम मिलेंगे। सफलता के लिए कड़ी मेहनत के साथ ही धैर्य से काम करना होगा। पारिवारिक जीवन सुखमय रहने की उम्मीद के बीच ये समय शिक्षा क्षेत्र के लोगों के लिए थोड़ा कठिन रहने की संभावना है।
कर्क राशि पर वक्री देव गुरु बृहस्पति का प्रभाव
इस समय गुरु आपकी राशि से 8वें भाव यानि आयु भाव में रहेंगे। जिसके कारण आपको सेहत सहित कई अन्य प्रकार की समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। धन-लाभ की संभावना के बीच किसी भी कार्य को अच्छे से समझने के बाद ही शुरु करें। बचत की भी इस समय आपको कोशिश करनी होगी।
सिंह राशि पर वक्री देव गुरु बृहस्पति का प्रभाव
इस समय गुरु आपकी राशि से 7वें भाव यानि विवाह भाव में रहेंगे। जिसके कारण दांपत्य जीवन में परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं। इस समय किसी पर अत्यधिक भरोसा नुक्सानदेह साबित होने की संभावना के बीच लेन- देन से बचें। अन्यथा आर्थिक समस्याएं सामने आ सकती हैं।
कन्या राशि पर वक्री देव गुरु बृहस्पति का प्रभाव
इस समय गुरु आपकी राशि से 6ठें भाव यानि शत्रु व रोग भाव में रहेंगे। ऐसे में सेहत से जुड़ी परेशानियों के बीच शत्रुओं आप पर हावी होने का प्रयास करेंगे। इसके अलावा इस दौरान वैवाहिक जीवन में दिक्कतों के अलावा कार्यक्षेत्र में भी परेशानियां सामने आ सकती हैं। जबकि शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोग मेहनत के दम पर सफलता प्राप्त कर सकेंगे।
तुला राशि पर वक्री देव गुरु बृहस्पति का प्रभाव
इस समय गुरु आपकी राशि से 5वें भाव यानि बुद्धि व पुत्र भाव में रहेंगे। इस दौरान आपको अपनी बुद्धि के प्रयोग से समस्याओं से बाहर आना होगा। बच्चों को लेकर घर में कुछ मन मुटाव हो सकता है। आर्थिक पक्ष कमजोर रहने की संभावना के बीच इस समय लेन-देन व निवेश से बचें। सेहत का भी विशेष ध्यान रखना होगा।
वृश्चिक राशि पर वक्री देव गुरु बृहस्पति का प्रभाव
इस समय गुरु आपकी राशि से 4थें भाव यानि सुख व माता भाव में रहेंगे। इस समय आर्थिक पक्ष मजबूत होने के चलते आप नया वाहन या मकान खरीद सकते हैं। वहीं वाद विवाद से दूर रहते हुए मेहनत से सफलता प्राप्त करेंगे, लेकिन सेहत का ध्यान रखते हुए पारिवारिक जीवन में कुछ परेशानियों से भी जुझना पड़ सकता है।
धनु राशि पर वक्री देव गुरु बृहस्पति का प्रभाव
इस समय गुरु आपकी राशि से 3रें भाव यानि पराक्रम भाव में रहेंगे। परिवार के सदस्यों के साथ मनमुटाव हो सकता है। इस समय धैर्य से काम लेते हुए धन- लाभ की प्राप्ति की जा सकती है। वहीं मान- सम्मान और पद- प्रतिष्ठा में वृद्धि के योग के बीच जीवन की कुछ परेशानियों से भी दो-चार होना पड़ सकता है।
मकर राशि पर वक्री देव गुरु बृहस्पति का प्रभाव
इस समय गुरु आपकी राशि से 2रें भाव यानि धन व वाणी भाव में रहेंगे। ऐसे में खर्चों में वृद्धि के चलते आपको आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं सेहत का विशेष ध्यान रखने की जरूरत के साथ ही पारिवारिक जीवन में भी कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
कुंभ राशि पर वक्री देव गुरु बृहस्पति का प्रभाव
इस समय गुरु आपकी ही राशि में यानि लग्न भाव में रहेंगे। जिसके कारण पद- प्रतिष्ठा के साथ ही मान- सम्मान में बढ़ौतरी के योग के बीच आर्थिक पक्ष सामान्य रहेगा। लेकिन इस समय सेहत का खास ध्यान रखते हुए किसी बाहरी व्यक्ति पर विश्वास करने से पहले अच्छी से सोच लें।
मीन राशि पर वक्री देव गुरु बृहस्पति का प्रभाव
इस समय गुरु आपकी राशि से 12वें भाव यानि व्यय भाव में रहेंगे। इस समय आप शत्रुओं पर जीत हासिल करने के साथ ही कुछ धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों से भी जुड़ सकते हैं। लेकिन इस समय खर्चें को लेकर चिंता हो सकती है, अत: खर्चों में कमी लाने की कोशिश करनी चाहिए। वहीं शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए यह समय आश्चर्य से भरा रहेगा।