durga temple varanasi history in hindi
उत्तर प्रदेश के काशीनगर (वाराणसी अथवा बनारस) में आदिकाल से स्थापित 3 प्रमुख मंदिरों में से एक श्री दुर्गा मंदिर आज भी अपने चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध है। सामान्य दिनों में हर रोज हजारों लोग माता की वंदना के लिए पंक्तिबद्ध होते हैं। कहा जाता है कि इस मंदिर में प्रार्थना करने से ऐसे शत्रुओं पर विजय का आशीर्वाद प्राप्त हो जाता है जिनके सामने खड़े रहना भी असंभव प्रतीत होता हो।श्री दुर्गा मंदिर बनारस की कथा
बताया जाता है कि श्री दुर्गा मन्दिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में माता की अनन्य भक्त रानी भवानी ने करवाया था। इस मंदिर में निर्मित श्री दुर्गा कुंड एक चमत्कारी कुंड माना जाता है और इसके बारे में कई कथाएं प्रचलित हैं। इस मंदिर में माता दुर्गा यंत्र के रूप में विरामजान है। मंदिर के प्रांगण में माता दुर्गा के अलावा देवी सरस्वती, लक्ष्मी, काली, और बाबा भैरोनाथ की अलग-अलग मूर्तियां स्थापित हैं।
श्री दुर्गा मंदिर बनारस कितना प्राचीन है
मान्यता है कि जब माता दुर्गा ने असुर शुंभ और निशुंभ का वध करने के पश्चात इसी स्थान पर विश्राम किया था। इसलिए यहां पर मां दुर्गा शक्ति के स्वरूप में विराजमान है। बुजुर्ग बताते हैं कि काशी नगर में आदिकाल के समय सिर्फ तीन मंदिर प्राण प्रतिष्ठित थे। पहला काशी विश्वनाथ, दूसरा मां अन्नपूर्णा और तीसरा श्री दुर्गा मंदिर। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दुर्गा कुंड में तंत्र पूजा भी की जाती है। प्रत्येक दिन इस कुंड में हवन किया जाता है।